मुंबई: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे द्वारा अपने आंदोलन को वापस ले लिया गया है। दरअसल अन्ना 2 अक्टूबर को एक बार फिर भूख हड़ताल पर बैठने की तैयारी में थे। अन्ना हजारे का मत है कि केंद्र सरकार ने पूर्व सैनिकों के लिए वनरैंक वन पेंशन जारी कर दिया है। यही नहीं सरकार ने भूमि अधिग्रहण विधेयक पर भी अपना रूख बदल लिया हैं ऐसे में फिलहाल इस आंदोलन की उन्हें आवश्यकता महससू नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि लोगों से उन्हें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। उनका कहना था कि जब पूर्व सैनिकों ने आंदोलन किया तो सरकार को उनकी मांग पर ध्यान देना पड़ा।
यही बात किसानों के साथ भी रही। किसानों को भी विरोध प्रदर्शन का लाभ मिला और सरकार ने भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर फिर से विचार किया। हालांकि उन्होंने एक बार फिर लोकपाल और विभिन्न राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति की मांग की। जिसमें उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इसे लागू नहीं किया तो वह नया आंदोलन प्रारंभ कर सकती है। उल्लेखनीय है कि पहले भी अन्ना हजारे ने आंदोलन की बात कही थी लेकिन इस बीच सरकार ने पूर्व सैनिकों के हित में वन रैंक वन पेंशन योजना लागू कर दी। दूसरी ओर सरकार ने भूमि अधिग्रहण बिल पर भी राज्यों को शामिल कर इसे कुछ आसान बनाया। जिसके बाद उन्होंने भूखहड़ताल को टाल दिया है।