वाॅशिंगटन : सिखों के पवित्रग्रंथ श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर प्रदर्शन कर रहे जत्थेदारों के बाद अब अमेरिका में रहने वाले सिखों ने भी मोर्चा खोल दिया है। इसे राज्य में अस्थिरता पैदा करने और सामाजिक ढांचे में दरार पैदा करने की योजना बताया गया है। अमेरिकन सिख काउंसिल द्वारा केंद्र और पंजाब सरकार से अपील की गई कि दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए। केंद्र सरकार द्वारा पंजाब सरकार से अपील कर शांति के प्रयास के साथ दोषियों को दंडित किए जाने की बात कही गई है।
मिली जानकारी के अनुसार पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्रों में भी सिखों द्वारा प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन अभी भी जारी है। सिख समुदाय द्वारा आरोपियों को पकड़ने और गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर विरोध जताया गया है। अब सिखों के इस प्रदर्शन में अमेरिका में निवास करने वाले अनिवासी सिख भी शामिल हैं। उन्होंने इस तरह के कार्य की निंदा की है। दूसरी ओर उन्होंने यह भी कहा है कि पुलिस द्वारा निहत्थे सिखों पर गोलियां चलाकर उनकी हत्या नहीं की जाना चाहिए था। केंद्र सरकार ने भी राज्य सरकार को शांति बहाली के लिए प्रयास करने की अपील की।
सिख समुदाय द्वारा इस मसले पर एकजुटता दिखाई गई। इस मामले में सिख काउंसिल आॅन रिलीजन एंड एजुकेशन, गुरू गोविंद सिंह फाउंडेशन, इंडियन नेशनल ओवरसीज कांगेस ने विरोध किया है। इन संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा है कि मीडिया में गलत खबरों का प्रसारण किया जा रहा है। यहां किसी तरह की हिंसा नहीं हुई है। लोग तनाव में थे। लोगों द्वारा इस तरह का प्रदर्शन किसी आपत्ति को लेकर नहीं किया गया है। इस मामले में उन्होंने कहा कि पंजाब की सरकार को सुरक्षा बल की तरह गैर जिम्मेदाराना कार्य पर रोक लगाना होगी।