Sep 05 2015 05:40 PM
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार ने सैनिकों को आश्वस्त किया था। और सरकार ने अपना वादा पूरा किया। 1973 में भी वन रैंक वन पेंशन की बात हुई थी। इस दौरान सेना को 500 करोड़ देकर उनका मजाक उड़ाया गया था। यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि वन रैंक वन पेंशन एक बड़ा मसला था। इस पर भाजपा और इसके सहयोगी संगठनों ने निर्णय लिया। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही इस मसले पर चिंतन किया जाता रहा है।
भाजपा और एनडीए के नेताओं को इस मसले पर बधाई देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बताया कि इससे सैन्य परिवारों को लाभ होगा। इसके लिए उन्हें भी बधाई है। उल्लेखनीय है कि वन रैंक वन पेंशन पर रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा घोषणा किए जाने के बाद से ही राजनीति तेज हो गई है। जहां कांग्रेस ने पूर्व रक्षामंत्री एके एंटोनी के माध्यम से राजग सरकार की इस घोषणा की निंदा की है तो वहीं एनडीए ने इसे अपना वादा पूरा करने की बात कहा है।
हिंदी न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml
इंग्लिश न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml
फोटो - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml
© 2024 News Track Live - ALL RIGHTS RESERVED