जयपुर : राजस्थान में उर्दू भाषा को बढ़ावा देने के लिए पहल की गई है. यह पहल राजस्थान उर्दू अकादमी के चेयरमैन और राज्य मंत्री अशरफ अली ने की हैं. उन्होंने शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी से मुलाकात के दौरान उर्दू पर चर्चा की. उन्होंने हाल ही में हुई रिट 2018 परीक्षा को लेकर भी आक्रोश व्यक्त किया. रिट परीक्षा 2018 में थर्ड ग्रेड में उर्दू की पोस्ट नहीं दी गई थी. मुलाकात के दौरान उन्होंने बताया कि उनका पूरे राजस्थान में भ्रमण हुआ हैं, लेकिन सभी जिलो व 110 विधानसभा में जगह-जगह अल्पसंख्यक वर्गों में इस बात से लोगो ने उन्हें अवगत कराया कि उर्दू पोस्ट है, लेकिन वे खत्म की जा रही है.
बता दे कि राजस्थान के बाड़मेर में उन्होंने 26 नए अध्यापक उर्दू के लगाए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि उर्दू के शिक्षक वहां लगाए गए हैं, जहां उर्दू पढ़ने वाले बच्चे नहीं हैं. साथ ही मांग यह भी उठी है कि उर्दू के शिक्षकों को उस स्थान पर भी लगाया जाए जो क्षेत्र अल्पसंख्यक बहुल हैं.
उन्होंने आगे कहा कि वरिष्ठ अध्यापक r p p a के तहत मेरे जिले बाड़मेर से प्रतिनियुक्ति पर इनको अपने जिलों में भेज दिया गया है हमारे विद्यालय उर्दू पढ़ने वालो साथ घोर अन्याय हुआ है. इस सम्बन्ध में शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने अशरफ अली को आशवसन देते हुए कहा है कि जिन अल्पसंख्यक क्षेत्रों में उर्दू अध्यापक नहीं हैं, वहां वे उर्दू अध्यापक की उपस्थिति दर्ज कराएंगे.
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