अजित पवार ने ओपन लेटर में बताया क्यों छोड़ा चाचा शरद पवार का साथ?
अजित पवार ने ओपन लेटर में बताया क्यों छोड़ा चाचा शरद पवार का साथ?
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मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक ओपन लेटर लिखकर रविवार रात को अपने पाला बदल कर भारतीय जनता पार्टी एवं शिवसेना से हाथ मिलाने के पुरे कारण का खुलासा किया है। NCP प्रमुख अजित पवार ने अपने इस पत्र को सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है। इस चिट्ठी में उन्होंने कहा कि उनकी कार्यशैली पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भांति समान है। उन्होंने बिना नाम लिए इस बात पर जोर किया कि उनका बुजुर्ग लोगों का अनादर करने का कोई इरादा नहीं था।

NCP नेता अजित पवार के ओपन लेटर के मुताबिक, उन्होंने लिखा, मुझे प्रधानमंत्री मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में इस देश में किए जा रहे विकास कार्य महत्वपूर्ण लगे। मुझे उनके नेतृत्व एवं देश के लिए सही फैसले लेने के कदम पसंद हैं, क्योंकि मेरी कार्यशैली और उनकी कार्यशैली बहुत हद तक समान हैं। हमें काम के प्रति अधिक प्यार है और मुझे लगा कि मैं उनके (पीएम और गृह मंत्री) साथ अपनी भविष्य की विकास योजनाओं को जमीनी स्तर पर ढंग से लागू कर पाऊंगा। मैंने महाराष्ट्र के विकास के लिए इस गठबंधन में अपनी भूमिका तय की है तथा हमारे सत्ता में आने के बाद विकास कार्यों को तेजी मिली है।

मेरे मन में हमेशा बड़ों के प्रति सम्मान की भावना रही है, मेरा इरादा बुजुर्ग लोगों एवं वरिष्ठजनों का अनादर करना नहीं है। बल्कि मेरा विचार है कि आने वाले समय में लोगों का जीवन स्तर कैसे बेहतर हो। मैं अपने साथियों को साथ लेकर चलने और युवाओं को विभिन्न जगहों पर अवसर देने की भावना रही है। आज भी मैंने सिर्फ स्टैंड लिया है, साफ स्टैंड है कि सत्ता है तो विधानसभा क्षेत्र समेत प्रदेश में सभी विकास कार्य तेजी से होंगे। मैं प्रदेश की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी किसी की व्यक्तिगत आलोचना करने से बचेगी एवं विकास का खाका राज्य की जनता के सामने लाएगी। मेरा किसी का अनादर करने का इरादा नहीं था एवं अनादर नहीं होगा। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने कहा कि उनका फैसला पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने के लिए नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए है कि महाराष्ट्र के लोगों को सभी बुनियादी और मौलिक सुविधाएं कैसे मिले।

अपने पत्र में उन्होंने आगे लिखा कि वर्ष 1991 से मैं सही मायनों में राजनीतिक जीवन में आगे बढ़ रहा हूं। मुझे राजनीति में कौन लाया, किसने मुझे मंत्री पद दिया, किसने मुझे अवसर दिए, इस पर बहुत चर्चा हुई। दरअसल, मुझे राजनीति में अवसर संयोग से मिला। उस वक़्त प्रदेश स्तर पर नेतृत्व के लिए एक युवा की आवश्यकता थी तो परिवार के सदस्य के रूप में मुझे वह अवसर प्राप्त हुआ। अवसर मिलने के बाद मैंने उस अवसर का लाभ उठाने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत की तथा अन्य सभी जिम्मेदारियों को अनदेखा किया। मैंने स्वयं को सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित कर दिया, यह यात्रा तीन दशकों से अधिक वक़्त से चल रही है।

उन्होंने प्रातः 5 बजे से काम आरम्भ करने की आदत बना ली, क्योंकि हाथ में मिले वक़्त में सामाजिक, रचनात्मक एवं विकासात्मक कार्य जल्दी आरम्भ कर देने चाहिए। मैंने हमेशा उन मतदाताओं के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने की कोशिश की, जिन्होंने मतदाताओं से प्यार किया तथा अपना विश्वास जताया। मैं सभी सम्मानित नागरिकों से विनम्रतापूर्वक अपील करता हूं कि वे विकास के इस पथ पर मेरे साथ आएं, बुजुर्ग लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करें। बता दें कि उन्होंने अपनी इस चिट्ठी को सोशल मीडिया पर रविवार को बारामती में किसानों की एक रैली को संबोधित करने के पश्चात् किया था। इस रैली में उन्होंने कहा कि भारत में अधिकतर लोग पीएम नरेंद्र मोदी को तीसरी बार फिर से पीएम बनाना चाहते हैं तथा महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में हर कोई इस लक्ष्य की दिशा में काम कर रहा है।

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