नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी अब उरी आतंकी हमले की छानबीन में जुटकर मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है। जांच एजेंसी के अधिकारियों का मानना है कि कोई घर का ही भेदी है, जिसने लंका को ढहाया है, लिहाजा अब जांच एजेंसी के अधिकारी घर के भेदिये को जल्द ही पकड़ने का दावा कर रहे है।
गौरतलब है कि बीते दो दिनों पहले ही उरी स्थित सेना के शिविर में आतंकियों ने हमला बोलकर 18 सैनिकों की जान ले ली थी। केन्द्र की मोदी सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लेते हुये हमले की छानबीन का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया है।
पाकिस्तान पर डालेंगे दबाव
सूत्रों के अनुसार केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा जांच कराने के मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान पर दबाव डालना है। यह पहले ही साफ हो चुका है कि हमले के पीछे पाकिस्तान का ही हाथ है, इसलिये संभवतः यही कारण है कि जांच को कराने का निर्णय लिया गया है। यह संभवतः ऐसा पहला मामला होगा जब किसी आतंकी हमले को लेकर जांच कराई जा रही है। इधर जांच एजेंसी ने आतंकियों के खून के नमूने ले लिये है तथा यह समझा जा रहा है कि अब जल्द ही डीएनए टेस्ट कराया जायेगा।
पकड़ में आयेगा गद्दार
सेना सूत्रों के अनुसार जिस सैन्य शिविर में आतंकियों ने हमला बोला था, उसके सुरक्षा का घेरा इतना मजबूत था कि कोई भी परिंदा पर नहीं मार सकता था। रही बात अंदर जाने की तो इसके लिये बगैर परिचय किसी को अंदर तक नहीं जाने दिया जाता था, बावजूद इसके हमला कैसे हो गया, इस मामले की तह तक जाने का अब पूरा प्रयास किया जा रहा है।
सेना के अधिकारियों को ही नहीं बल्कि जांच एजेंसी के भी अधिकारियों को यह शंका है कि हमले के पीछे किसी हमारे ही गद्दार की प्रमुख भूमिका हो सकती है। अधिकारियों का मानना है कि गद्दार को जल्द ही पकड़ लिया जायेगा। जांच अधिकारियों का कहना है कि हमला एकदम से नहीं किया गया, बल्कि इसके लिये पूरी तरह से जानकारी एकत्र की गई है और इसके बाद ही हमले की घटना को अंजाम दिया गया। हमलावरों को अंदर की पूरी जानकारी हांसिल हो गई थी और यह जानकारी निश्चित ही किसी हमारे ही व्यक्ति ने दी है।