शंघाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय चीन यात्रा के दौरान चीन के उद्योगपतियों से मिले। इस दौरान उन्होंने बड़े पैमाने पर कई समझौते किए। यही नहीं प्रधानमंत्री के साथ पहुंचा भारतीय उद्योगपतियों के शिष्टमंडल ने भी चीनी उद्योगपतियों के साथ करार करने में रूचि दिखाई इसमें अक्षय उर्जा, बिजली ढांचा, इस्पात और लघु व मध्यम उद्योगों के साथ अन्य क्षेत्रों में करार किए। यही नहीं इस समिट में भारती एयरटेल ने चाईना डेवलपमेंट बैंक और इंडस्ट्रीयल एंड कमर्शियल बैंक आॅफ चाईना के साथ लगभग ढाई अरब डाॅलर की ऋण सुविधा हेतु समझौता किया।
यही नहीं अडाणी समूह ने मूंदड़ा सेज में एकीकृत फोटोवोल्टैक् औद्योगिक पार्क स्थापित करने के साथ गैस आधारित विद्युत उत्पादन और प्राकृतिक गैस के क्षेत्र में निवेश की संभावना ढूंढने के लिए गोल्डन काॅनकोर्ड होल्डिंग्स के साथ करार किया। अडाणी पोट्स एंड सेज और गुआंगझू पोर्ट अथाॅरिटी, मूंदड़ा पोर्ट और गुआंग्ण्ू पोर्ट के बीच सहायक बंदरगाह संबंध स्थापित करने पर भी सहमति बनी।
भारत में निवेश करने और मेक इन इंडिया को लेकर पहले करने में चीनी कंपनियों की मजबूत इच्छाशक्ति दर्शाई जाती है। यही नहीं इंडस्ट्रीयल एंड कमर्शियल बैंक आॅफ चाईना द्वारा 4000 मेगावाट की नाना लायजा ताप बिजली परियोजना के लिए आईएलएंडएफएस एनर्जी डेवलपमेंट कंपनी और चाईना हुआनेंग समूह के बीच समझौता और संभावित परियोजनाओं के विकास के लिए जिंदल स्टील एंड पावर आईसीबीसी के बीच समझौता किया गया है।