लखनऊ : राजनीतिक वनवास से लौटे अमर सिंह ने राज्यसभा सांसद बनने के बाद जब एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया तो खुद को मध्यस्थ कहकर संबोधित किया। समाजवादी पार्टी से वापसी करने वाले सिंह ने कहा कि आप मुझे सीधे-सीधे बिचौलिया या दलाल कह सकते है। दरअसल उनसे सवाल पूछा गया था कि सत्ता में आपकी भूमिका को मध्यस्थ के तौर पर देखा जाता है।
इसके जवाब में उन्होने कहा कि मैं साफ कहता हूं कि मैं सत्ता दिलाने की भूमिका में हमेसा से सक्रिया रहा हूं और यही मेरा कौशल है। मैं कभी भी सत्ता के शीर्ष पर पहुंचने की इच्छा नहीं रखता। उन्होने कहा कि उनके लिए संबंध और सत्ता बेहद महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी पर बोलते हुए उन्होने कहा कि संघ से संबंधों के कारण ही मोदी को सत्ता मिली है।
उन्होने कहा कि सत्ता के खेल में कृष्ण से बड़ा मध्यस्थ कौन होगा। आगे उन्होने इसमें सुधार करते हुए कहा कि वे कृष्ण के पैरों की धूल भी नहीं है। इस दौरान सिंह से अंबानी बंधुओं में पढ़े फूट पर भी सवाल किए गए। इस पर उन्होने कहा कि इससे यही सीख मिलती है कि कभी भी किसी के पारिवारिकि झगड़े में नहीं पड़ना चाहिए।
बाद में परिवार एक हो जाता है और बाहर वाला बाहर। उन्होने कहा कि मैंने अपनी गलती के लिए मुकेश अंबानी से माफी मांग ली। अमिताभ बच्चन के साथ संबंधों में अपनी दुरियों पर सिंह ने कहा कि वो मेरे मित्र है और ये बात उन्होने खुद भी कही है। मायावती के संबंध में पूछे गए सवाल पर सिंह ने कहा कि मैं उनके बारे में क्या कहूं। मेरे बेटे अखिलेश यादव ने कहा है कि वो उनकी बुआ है। अब बेटे की बुआ के बारे में कुछ नहीं कह सकते।