भुवनेश्वर : प्रसिद्द पुरी के जगन्नाथ मंदिर में भक्तों को अब से क़तार में लगकर भगवान के दर्श करने होंगे. पहले ऐसा नियम नहीं था और मंदिर में कतार से जाने की कोई व्यवस्था नहीं थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपनी तरफ से ये व्यवस्था सुझाई है जिसमें और भी योजनाएं हैं. मंदिर में पहले बाहर से ही दर्शन करने के लाभ मिलता था अब भक्त अंदर जा कर भी दर्शन कर सकते हैं लेकिन उसके लिए अब कतार में लग्न होगा.
लोगों की और मंदिर की व्यवस्था के लिए ही ये क़तार लगाया जाती है जो लगभग हर मंदिरों में होती है और अब से भगवान जगन्नाथ के मंदिर में भी होगी. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक पीके मोहपात्रा ने शनिवार को बताया कि गुरु को इस मंदिर की प्रायोगिक तौर पर व्यवस्था को शुरू करने का फैसला लिया था और सोमवार को लागू भी लार दिया गया है. ये बैठक गुरुवार को पुरी के गजपति महाराज दिव्यसिंह देव की अध्यक्षता में हुई जहां मंदिर प्रबंधन भी मौजूद थे.
इस कतार व्यवस्था के लिए पहले स्ट्रक्चर या ढांचा तैयार किया गया जिस पर काम एसजेटीए ने शुरू करा दिया और कतारों के लिए लोहे की रेलिंग लगाई जा रही है. मोहपात्रा बताते हैं 12वीं सदी के इस मंदिर में श्रद्धालुओं को कतार लगाकर सिंहद्वार से प्रवेश करना होगा और बैरीकेड के अंदर ही चलना होगा. दर्शन करने के बाद श्रद्धालु उत्तर द्वार से बाहर निकल जाएंगे और खास बात ये है कि महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कतार होगी.
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