20 डिग्री में हमें हल्की सी ठंड लगनें लगती है 16 डिग्री में हम गर्म कपड़े पहनते हैं 10 डिग्री में हम मफलर आदी पहनने लगते हैं 8 डिग्री में हम उसके बाद भी कापनें लगते हैं 4 डिग्री में रजाई से बाहर निकलने का मन नहीं होता 2 डिग्री में घरों में अलाव जलनें लगते हैं.. 0 डिग्री पर पानीं जमने लगता है -1-2 डिग्री पर तो हमारी जबान भी लड़खड़ानें लगती है -5-8 डिग्री पर -10-12 डिग्री पर -15-18 डिग्री पर जरा सोचिये कभी सोचा हे क्या कभी इसकी कल्पना भी की हे नहीं ना जब 0 डिग्री पर हमारी हालात खराब हो जाती हे तो - डिग्री में हमारा क्या हाल होगा ?
एक बार जरा ये भी सोचकर देखिये। और इस पर भी गौर फरमाइये -20 डिग्री पर सियाचीन में हमारे भारतीय सैनिक भारत की सीमाओं की रक्षा करते है वो भी पूरी मुस्तैदी के साथ 7-12 किलों की बंदूक और करीब 20 किलो की रसद अपनें कंधों पर उठाये, ओर वो भी घुटनें घुटनें तक बर्फ में ताकी
ये सभी वो जवान हे जो शायद हमें नहीं जानते फिर भी हमारे लिए हमारे परिवार के लिए अपनी जान गवांने में पीछे नहीं हटते हैं। क्या हमने कभी ये सोचा की इनका भी एक परिवार हैं इनकी भी एक माँ हैं, इनकी भी एक बहन हैं, इनकी भी एक पत्नी है, इनके भी अपने बच्चे हैं, जरा एक मिनिट के लिए सोचिये की अगर अचानक से हमें कुछ हो जाये तो हमारे पीछे से हमारे परिवार पर क्या बीतेगी, उनका क्या हाल होगा ? कृपया संपूर्ण रूप से भारतीय बनें और अपने देश से जितना हो सके अधिक से अधिक प्यार करें। यही सेना के उन जवानों के प्रति हमारा सच्चा प्यार और श्रद्धांजलि होगी।
।। जय जवान, जय हिन्द, जय भारत।।