फीफा भ्रष्टाचार मामला : 2 उपाध्यक्ष सहित 12 अधिकारी गिरफ्तार
फीफा भ्रष्टाचार मामला : 2 उपाध्यक्ष सहित 12 अधिकारी गिरफ्तार
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ज्यूरिख : फुटबाल की विश्व नियाकम संस्था फीफा के लिए बुधवार का दिन काफी बुरा रहा। अगले अध्यक्ष का चयन होने से दो दिन पहले बुधवार को स्विट्जरलैंड की पुलिस ने भ्रष्टाचार के आरोप में फीफा के 12 अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें दो उपाध्यक्ष भी शामिल हैं। इधर स्विस संघीय न्याय कार्यालय ने भी फीफा विश्व कप-2018 और 2022 की मेजबानी पर आपराधिक मामले के तहत जांच शुरू करने की घोषणा की है। स्विस संघीय न्याय कार्यालय के अधिकारियों ने अमेरिका द्वारा प्रत्यर्पण के अनुरोध के बाद यह गिरफ्तारियां हुईं। शुक्रवार को अगले अध्यक्ष पद के लिए होने वाले फीफा के अधिवेशन में शामिल होने आए अधिकारियों को स्विट्जरलैंड से गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार होने वालों में शामिल दोनों उपाध्यक्षों में एक उरुग्वे फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष यूजेनियो फिगुएरेडो और दूसरे कोंकाकैफ के अध्यक्ष जेफ्री वेब हैं। अन्य गिरफ्तार अधिकारियों में कोस्टारिका फुचबाल महासंघ के अध्यक्ष और कोनकाकैफ के कार्यकारी सदस्य एडुआडरे ली, ब्राजीलियाई फुटबाल महासंघ (सीबीएफ) के पूर्व अध्यक्ष जोस मारिया मारिन और मध्य अमेरिकी फुटबाल संघ और निकारागुआ फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष जुलियो रोचा शामिल हैं।

गिरफ्तार होने वाले दो अन्य फुटबाल अधिकारी हैं कैमैन आइलैंड फुटबाल संघ के महासचिव और कोनकाकैफ के में वरिष्ठ पदस्थ ब्रिटेन के कोस्तास टक्कास तथा वेनेजुएला फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष राफेल एस्क्विवेल शामिल हैं। इस बीच फीफा के प्रवक्ता वाल्टर डी ग्रेगोरियो ने घोषणा की है कि अध्यक्ष पद के लिए होने वाला मतदान निर्धारित कार्यक्रम के तहत ही होगा तथा किसी भी मामले में जांच की परिधि से दूर मौजूदा अध्यक्ष सेप ब्लाटर लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए चुनाव में खड़े होंगे। ग्रेगोरियो ने ब्लाटर और फीफा के महासचिव जेरोम वाल्के के संदर्भ में कहा, "फीफा के महासचिव और अध्यक्ष का इन सबसे कोई लेना-देना नहीं है।"

फीफा के छह अधिकारियों को उनके होटल से बुधवार को तड़के गिरफ्तार किया गया, जबकि एक अन्य अधिकारी को बाद में गिरफ्तार किया गया। ज्यूरिख पुलिस अधिकारी सादी वर्दी में बुधवार को तड़के एक लग्जरी होटल में घुसे, न्यायालय से मिले आदेश को दिखाया और संदिग्ध अधिकारियों के कमरों की चाबियां हासिल कर लीं। अधिकारियों की गिरफ्तारी बिना किसी शोर-शराबे के की गई। गिरफ्तार किए गए फीफा अधिकारियों से बाद में पूछताछ की जाएगी। एफओजे द्वारा जारी वक्तव्य के अनुसार, रिश्वत लेने के आरोपी अधिकारियों, मीडिया में खेल जगत के प्रतिनिधियों एवं प्रायोजक कंपनियों पर फीफा के प्रतिनिधिमंडल और फीफा से संबद्ध अन्य अधिकारियों को फीफा की योजना के तहत 10 करोड़ डॉलर से अधिक राशि का भुगतान करने में संलिप्त होने का आरोप है।

एफओजे के वक्तव्य में आगे कहा गया है, "ऐसा संदेह जताया जा रहा है कि इसके बदले में उन्हें दक्षिणी अमेरिका में होने वाले फुटबाल टूर्नामेंट के लिए मीडिया, मार्केटिंग और प्रायोजन के अधिकार दिए गए।" इस बीच स्विल संघीय न्याय कार्यालय के वकीलों ने बुधवार को फीफा विश्व कप 2018 और 2022 की मेजबानी प्रदान करने के सिलसिले में आपराधिक मामले के तहत जांच शुरू कर दी है। स्विस प्रॉसिक्यूटर कार्यालय की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार, उन्होंने फीफा के मुख्यालय से इलेक्ट्रॉनिक डेटा और अन्य दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। स्विस पुलिस ने कहा है कि वे विश्व कप की मेजबानी प्रदान करने के लिए दिसंबर, 2010 में हुए मतदान में हिस्सा लेने वाले फीफा की कार्यकारी समिति के 10 सदस्यों से पूछताछ करेंगे।

घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फीफा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी प्रिंस अली बिन अल-हुसेन ने कहा है कि यह फुटबाल के लिए दुखद दिन है। अल-हुसेन शुक्रवार को होने वाले फीफा अध्यक्ष पद के चुनाव में मौजूदा अध्यक्ष सेप ब्लाटर के लिए मुख्य चुनौती माने जा रहे हैं। अल हुसेन ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "फुटबाल के लिए आज (बुधवार) एक दुखद दिन है। स्पष्टत: लग रहा है कि मामला अभी और बढ़ेगा, जिसके ब्यौरे अभी सामने आने बाकी हैं। इस समय कोई टिप्पणी करना सही नहीं होगा।"

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