नई दिल्ली : हाल ही में गिरफ्त में आया महमूद अख्तर पाकिस्तानी सरकार और खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर नाचकर ही जासूसी का काम किया करता था। बताया गया है कि महमूद भारत के रक्षा संबंधी गोपनीय दस्तावेज इसलिये चुरा रहा था, ताकि मुम्बई जैसे आतंकी हमलों को अंजाम दिया जा सके। गौरतलब है कि अख्तर पाकिस्तानी उच्चायुक्त में कार्यरत था और उसे जासूसी के मामले में गिरफ्तार कर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
बताया गया है कि आईएसआई का एजेंट महमूद अख्तर देश के समुद्री इलाकों की जानकारियां जुटा रहा था। मकसद गुजरात.महाराष्ट्र में समुद्र से सटे इलाकों में हमला कराना था। होम मिनिस्ट्री के एक अफसर ने यह दावा किया है। भारत में पाकिस्तान के लिए बीएसएफ की जानकारी जुटा रहे जासूस मौलाना रमजान और सुभाष जांगिड़ के पास से गुजरात में फोर्स की तैनाती की डिलेट मिली थी। बता दें कि गुरुवार को दिल्ली चिड़ियाघर के पास पुलिस ने अख्तर समेत तीन जासूसों को पकड़ा था।
पुलिस की नजर है
अब पुलिस उन संदिग्ध लोगों पर भी नजर रख रही है, जिन पर जासूसी करने का संदेह है। दिल्ली के संयुक्त पुलिस आयुक्त रवीन्द्र यादव ने बताया कि गिरफ्तार तीनों जासूससों के साथ ही अन्य लोग भी जासूसी में शामिल है, इन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। पकड़े गये जासूस वाट्सएप और अन्य संसाधनों से जासूसी का काम किया करते थे।