नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस को दरियागंज इलाके में हुए अंधे क़त्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता हाथ लीगी है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक नाबालिग भी शामिल है. दरअसल पुलिस को 11 सितंबर को यमुना में एक लाश मिली थी. उसकी पहचान के लिए पुलिस ने जिपनेट पर लाश की डिटेल डाउनलोड की और लाश को 72 घंटे तक प्रिजर्व कर लिया.
डिटेल के आधार पर लाश की पहचान पश्चिम विहार निवासी सुशील कुमार के रूप में हुई. उसके गुमशुदा होने की शिकायत उसके भाई ने राजौरी गार्डेन थाने में लिखाई थी. जांच के बाद पता चला कि सुशील एयर कंडीशन और रेफ्रिजरेटर के स्पेयर पार्ट्स डील करने वाले एक दुकान पर काम करता था. 8 सितंबर को पैसे लेने चांदनी चौक गया, लेकिन वापस नहीं लौटा.
पुलिस जांच में पता चला कि सुशील अपनी स्कूटी से 3 लाख 92 हजार रुपये लेकर निकला था. किरन कुमार नामक एक शख्स को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने और उसके एक दोस्त कमल ने मिलकर सुशील की हत्या की थी. उसके पास उस दिन पैसे होंगे इसकी सूचना उसकी दुकान पर काम करने वाले एक नाबालिग ने दी थी. इसके बाद पुलिस ने कमल और उस नाबालिग को पकड़कर पूछताछ कि तो उसने बताया कि सुशील जैसे ही पैसे लेकर निकला उन्होंने उसे करोलबाग में पकड़ लिया. उसे अपने साथ रघुवीर नगर ले गए, जहां चकुओं से गोद कर उसकी हत्या कर दी. लाश को नाले में फेंक दिया. पुलिस ने उनके पास से कैश और स्कूटी बरामद कल ली है.
ड्रग्स देकर विदेशी युवती को बनाया हवस का शिकार