जेनेवा : विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा है कि दुनिया में 10 में से 9 लोग दूषित हवा में सांस ले रहे हैं. साथ ही संगठन ने यह भी कहा है कि प्रदूषित हवा के कारण प्रति वर्ष 60 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है. इसे रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है. इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन की जन स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग की प्रमुख मारिया नाइरा ने पत्रकारों के समक्ष अपनी रिपोर्ट के नए आंकड़ों के माध्यम से बताया कि समस्या न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी है.
वैसे तो प्रदूषण पूरे विश्व के समाज पर असर डाल रहा है, लेकिन गरीब देशों में हवा विकसित देशों के मुकाबले ज्यादा प्रदूषित है. जन स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग की प्रमुख ने कहा कि जनस्वास्थ्य की दृष्टि से यह आपातकाल का समय है.
आपने सभी देशों की सरकारों को सुझाव दिया कि वे अपने यहां वाहनों की संख्या में कमी करें, अपशिष्ट प्रबंधन को बेहतर बनाएं और खाना पकाने के स्वच्छ ईधन को बढावा देने का प्रयास करें.