पहले के समय में ये 9 धर्म थे धरती पर प्रचलित, जानें इनके बारे में
पहले के समय में ये 9 धर्म थे धरती पर प्रचलित, जानें इनके बारे में
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शुरुआती दौर में सभी जंगली जीवन यापन करते थे. धर्म के नाम पर हजारों धर्म धर्म ऐसे थे जिनमें प्रकृति, पूर्वजों और कई काल्पिनिक देवों की पूजा करते थे. आज हम आपको ऐसे ही कुछ अनजाने धर्म के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आपको खबर भी नहीं होगी. हर कबीले या समूदाय का अपना अलग देव था. लेकिन जैसे जैसे समझ बढ़ी तो धर्म का विकास होने लगा. जानिए उन 9 धर्मों के बारे में. 

1. हिन्दू धर्म- सबसे पहले वैदिक धर्म का प्रारंभ हुआ. लगभग 20000 ईसा पूर्व यह धर्म अस्तित्व में आया. पुराणों की रचना के बाद इसी में से पुराणिक धर्म का प्रारंभ हुआ. 

2. जैन धर्म- जैन धर्म भी हिन्दू धर्म की तरह तरह बहुत ही प्राचीन धर्म है. रामायण काल में राजा जनक इस धर्म के अनुयायी थे और महाभारत काल में नेमिनाथ जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर थे. 24 तीर्थंकरों की परंपरा में यह धर्म भारत का मूल धर्म है.

3.यजीदी- यजीदी धर्म प्राचीन विश्व की प्राचीनतम धार्मिक परंपराओं में से एक है. यजीदियों की गणना के अनुसार अरब में यह परंपरा 6,763 वर्ष पुरानी है अर्थात ईसा के 4,748 वर्ष पूर्व यहूदियों, ईसाइयों और मुसलमानों से पहले से यह परंपरा चली आ रही है. 

4. यहूदी धर्म- इसराइल का राजधन यहूदी धर्म है. वैसे दो यहूदी धर्म भी हिन्दू धर्म की ही तरह पहले से ही चली आ रही प्राचीन परंपरा का ही एक सुगठित रूप है. इसका प्रारंभ 2000 ईसा पूर्व से माना जाता है. इसका प्रारंभ मूलत: प्रॉफेट अब्राहम से हुआ. फिर प्रॉफेट मूसा के काल में इस धर्म को एक नई शक्ल प्रदान की गई. यही नई शक्ल यहूदी धर्म कहलाई. 

5. पेगन धर्म- पेगन धर्म को मानने वालों को जर्मन के हिथ मूल का माना जाता है, लेकिन यह रोम, अरब और अन्य इलाकों में भी बहुतायत में थे. हालांकि इसका विस्तार यूरोप में ही ज्यादा था. यह धर्म ईसाई धर्म के पूर्व अस्तित्व में था. प्राचीन अरब में पेगन के साथ ही यजीदी, मुशरिक, सबाईन और यहूदी धर्म प्रचलित था. इस्लाम के आने के बाद इसका अस्तित्व लगभग मिट गया.

6. जरथुस्त्र (पारसी) धर्म- इस धर्म की स्थापना प्रॉफेट जरथुस्त्र ने फारस (वर्तमान में ईरान) में की थी. यह प्राचीन ईरान का राजधर्म था. इतिहासकारों का मत है कि जरथुस्त्र 1700-1500 ईपू के बीच हुए थे. यह लगभग वही काल था, जबकि राजा सुदास का आर्यावर्त में शासन था और दूसरी ओर हजरत इब्राहीम अपने धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे थे. ईरान में पारसी, ग्नोस्तिसिस्म, याज्दानिस्म अहल ई हक्क प्रचनल में था लेकिन वर्तमान में शिया और सूफी धर्म प्रचलन में हैं जो इस्लाम को मानने वाले हैं.

7. वूडू धर्म- इसे पूरे अफ्रीका का धर्म माना जा सकता है. कै‍रिबीय द्वीप समूह में आज भी यह परंपरा जिंदा है. इसे यहां वूडू कहा जाता है. बनीन देश का उइदा गांव वूडू बहुल क्षेत्र है. इसे लगभग 6,000 वर्ष से भी ज्यादा पुराना धर्म माना जाता है. ईसाई और इस्लाम धर्म के प्रचार-प्रसार के बाद इसके मानने वालों की संख्या घटती गई और आज यह पश्चिम अफ्रीका के कुछ इलाकों में ही सिमटकर रह गया है.

8.  कंफ्यूशियस धर्म- चीन के महान दार्शनिक और विचारक कंफ्यूशियस (confucius) का जन्म 551 ईसा पूर्व (28 अगस्त या सितंबर) को चीन के पूर्वी प्रांत शानडोंग (शान तुंग) के क्यूफू (छ्वी फु) शहर में हुआ था. भारत में उस काल में भगवान महावीर और बुद्ध के विचारों का जोर था. यह धर्म को मानने वाले अनुयायियों की चीन में संख्या बहुत कम थी.

9. शिंतो- यह धर्म जापान में पाया जाता है. इसका अस्तित्व से ईसा पूर्व 3री शताब्दी से ईसा बाद 8वीं शताब्दी तक रहा. जापान के शिंतो धर्म की ज्यादातर बातें बौद्ध धर्म से ली गई थीं फिर भी इस धर्म ने अपनी एक अलग पहचान कायम की थी.

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