जम्मू : ऊधमपुर के नरसू क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल की बस पर हमला हो गया था। ऐसे में पुलिस ने इस हमले में शामिल आतंकियों की मदद करने वाले दो आरोपियों को पकड़ लिया। एनआईए ने जम्मू - कश्मीर पुलिस की सहायता से आरोपियों को कश्मीर से पकड़ा। इन आरोपियों को एनआईए कोर्ट में पेश करने की तैयारियां की जा रही हैं। पुलिस द्वारा आरोपियों के रिमांड की मांग न्यायालय से की जाएगी। माना जा रहा है कि रिमांड के बाद इन आरोपियों से और जानकारियां भी सामने आऐंगी।
मिली जानकारी के अनुसार फैयाज और खुर्शीद के नामों का खुलास किया गया है। हमले में जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी नावेद से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि मोमिन और नावेद की सहायता फैयाज और खुर्शीद ने की थी। इसके लिए खुर्शीद उस ट्रक के आगे अपनी मारूति 800 कार चला रहा था जिसमें मोमिन और नावेद को लेकर फैयाज़ जा रहा था। इन दोनों आतंकियों को सुरक्षित छोड़ने का प्रयास फैयाज और खुर्शीद द्वारा किया गया।
खुर्शीद फैयाज़ को आगे आने वाले नाकों और चैक पोस्ट की जानकारी दे रहा था। हमले की पूरी योजना फैयाज के कश्मीर के कुदवानी स्थित निवास पर तैयार हुई थी। फैयाज और खुर्शीद के पकड़े जाने के बाद यह माना जा रहा है कि एनआईए को और आतंकियों के बारे में जानकारी मिल सकती है। आतंकियों को आर्थिक मदद उपलब्ध करवाने वालें में दोनों को भी लिप्त माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नरसू में 5 अगस्त को हमला हुआ था। इसमें सेना के एक वाहन पर हमला किया गया था। जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद आतंकी भागकर गांव की ओर चले गए। सुरक्षा बलों और ग्राम रक्षा समिति सदस्यों ने आतंकी नावेद को पकड़ लिया। एनआईएस के दल ने दोनों आरोपियों को इस तह से पकड़ा कि चिनैनी थाना की पुलिस से लेकर क्षेत्र के सरपंच तक को इसकी जानकारी नहीं मिल सकी।