अहमदाबाद : गुजराती फिल्म मेघधनुष - द कलर ऑफ लाइफ को सुप्रीम कोर्ट ने टैक्स फ्री करने से इंकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के दो न्यायाधीशों की एक पीठ ने कहा कि समलैंगिकता कुछ लोगों के लिए एक सामाजिक बुराई की तरह है. आपको बता दे कि यह फिल्म सत्य घटना पर आधारित है, जिसमें राजपिपला के एक समलैंगिक राजकुमार मानवेंद्र सिंह गोहिल की कहानी दिखाई गई है. आपको बता दे कि केआर देवमणि ने इस फिल्म को बनाया है, जिसमें समलैंगिक व्यक्ति की पीड़ा को दर्शाया गया है.
इस फिल्म को सेंसर बोर्ड की ओर से तो पास कर दिया गया है, लेकिन फिल्म को गुजरात सरकार ने यह कहते हुए भी टैक्स फ्री करने से इंकार कर दिया है कि यह समलैंगिकता को बढ़ावा देती है. इसके कारण समाज में भ्रम फैल सकता है और कोई भी सभ्य परिवार इस फिल्म को नहीं देखना चाहेगा. राज्य के कानून के अनुसार ऐसी टैक्स राहत 1 अप्रैल 1997 के बाद गुजराती भाषा में बनी फिल्मों को दी जाती है. ऐसी फिल्मो को नहीं जिनमे बुरी प्रथाओं, अंधभक्ित, सती प्रथा, दहेज और अन्य सामाजिक बुराइयों आदि का चित्रण किया गया हो.