जैन धर्म के लोगों के लिए महावीर जयंती का पर्व बहुत विशेष होता है. प्रत्येक वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती मनाई जाती है. इस वर्ष महावीर जयंती 21 अप्रैल को पड़ रही है. इस दिन को भगवान महावीर के जन्म उत्सव के तौर पर भी मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक, चैत्र मास के 13वें दिन महावीर स्वामी का जन्म हुआ था. ऐसा कहा जाता है कि महावीर स्वामी का जन्म लगभग 599 ईसा पूर्व बिहार के कुंडग्राम/कुंडलपुर के राज परिवार में हुआ था. इनका बचपन का नाम वर्धमान था. 30 वर्ष की आयु में इन्होंने राजपाट त्यागकर संन्यास धारण कर लिया था तथा अध्यात्म के मार्ग पर चल दिए थे.
महावीर जयंती से जुड़े तथ्य:-
महावीर जयंती जो भगवान महावीर का जन्मदिवस भी है, मुख्य तौर पर जैन समुदाय के बीच, राजस्थान एवं गुजरात के कुछ भागों में भी मनाई जाती है.
जिस जगह पर महावीर का जन्म हुआ उसे अहल्या भूमि भी कहा जाता है. महावीर की ज्ञान साधना 12 साल तक चली थी.
महावीर स्वामी ने 30 वर्ष की आयु में अपना परिवार तथा राज्य छोड़ दिया था और अध्यात्म के मार्ग पर चल दिए थे.
महावीर का जन्मस्थान बिहार में इस शुभ दिन को भव्य तरीके से मनाया जाता है. इस अवसर को वैशाली महोत्सव के नाम से भी जाना जाता है.
महावीर जयंती की सुबह में विभिन्न भव्य जुलूस का आयोजन किया जाता है. इस दिन आप भगवान महावीर की छवियों वाले भव्य रथ देख सकते हैं.
इस दिन जैन मंदिरों को खूबसूरत तरीके से सजाया जाता है तथा इनमें सभी तीर्थंकरों की छवियां सम्मिलित होती हैं.
भारत के कुछ लोकप्रिय जैन तीर्थ स्थल जहां महावीर जयंती भव्य तरीके से मनाई जाती है, जो कि पालीताना, रणकपुर, श्रवणबेलगोला, दिलवाड़ा मंदिर, खंडगिरि गुफाएं एवं उदयगिरि गुफाएं आदि हैं.
कब है महावीर जयंती? जानिए दिनांक और महत्व