'तू मेरी अफसर नहीं है..', थाने पहुंची पीड़िता को ASI चेलाराम ने फटकार कर भगाया!
'तू मेरी अफसर नहीं है..', थाने पहुंची पीड़िता को ASI चेलाराम ने फटकार कर भगाया!
Share:

जयपुर: आपके साथ कुछ भी गलत होता है, तो आप फरियाद लेकर कहाँ जाएंगे ? पुलिस के पास ही न, लेकिन यदि वही पुलिस आपको फटकार कर वहां से भगा दे तो ? ऐसा ही कुछ राजस्थान में हुआ है. दरअसल, यहाँ के युवती के साथ छेड़छाड़ हुई थी और जब वह अपनी मां और परिजनों के साथ फ़रियाद लेकर थाने पहुंचती है, तो पुलिस अधिकारी द्वारा उसे फटकार कर बाहर भगा दिया जाता है। यही नहीं गुस्से में पुलिसकर्मी अपने केबिन से बाहर आता है और पीड़िता को फटकारते हुए उन्हें धमकी भी देता है।

रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला बाड़मेर जिले के समदड़ी थाने का गुरुवार (29 जून) का है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि जब पीड़िता ने थाने के ASI चेलाराम से कहा कि लड़का आगे भी मेरे साथ कुछ गलत कर सकता है। तब ASI आगबबूला हो गए और बोले, 'ये थाना कहीं नहीं जाएगा, इसकी नींव 7 फीट गहरी है।' वहीं, जब पीड़िता उनसे सवाल-जवाब करने लगी, तो ASI भड़क गए और बोले 'तू मेरी अफसर नहीं है।'

 

दरअसल, 28 मई को समदड़ी कस्बे के कैफे में एक युवती से छेड़छाड़ की गई थी। इस दौरान कैफे में भी जमकर बवाल मचा था। इस पर समदड़ी थाने के ASI चेलाराम मौके पर पहुंचे और एक युवक को पकड़ा भी था। पीड़िता ने युवक पर छेड़खानी करने का इल्जाम लगाया था। गुरुवार (29 जून) को पीड़ित परिवार की दो महिलाएं थाने में मामले का पता लगाने पहुंची। इस दौरान पीड़िता और उसके परिजनों ने ASI से पूछा कि मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई ? इस पर ASI ने उन्हें बताया कि युवक को अरेस्ट कर कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहाँ से उसे जमानत मिल गई।

इस पर पीड़ित परिवार की महिलाएं ASI से कहने लगी ऐसे कैसे जमानत हो गई। हमें वापस बुलाया नहीं। अधिक सवाल-जवाब करने पर ASI भड़क गए और गुस्से में महिलाओं को धमकी भरे अंदाज़ में फटकार लगाकर थाने से भगा दिया। 

वहीं, इस मामले में जब ASI का कहना है कि, युवक को अरेस्ट किया गया था। कैफे मालिक से पूछताछ की गई। वहां पर लगे CCTV फुटेज को भी खंगाले गए। मगर, छेड़छाड़ जैसी कोई घटना नहीं दिखी।  इसके बाद भी उसे 151 में अरेस्ट कर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर दिया था, जहां से उसे जमानत मिल गई। मगर, महिलाएं थाने में आई और कहने लगी कि जमानत से पहले हमें बुलाना था। इस पर मैंने समझाया, किन्तु महिलाएं मानने को राजी नहीं थी।

शराब के साथ दिल्ली मेट्रो में सफर! DNMRC ने यात्रियों को दी ये अनुमति

1984 सिख दंगा: कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ सुनवाई टली, जानिए क्या बोली कोर्ट ?

कन्हैयालाल को गहलोत सरकार ने सुरक्षा क्यों नहीं दी ? मेवाड़ से राजस्थान सरकार पर जमकर बरसे अमित शाह

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -