आगरा: वैसे तो राज्य की सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की बड़ी-बड़ी बातें करती है वहीं
स्वास्थ्य सेवाओं के मद्देनजर लाखों रूपये भी खर्च किये जाते है, बावजूद इसके लोगों को कितनी सुविधा मिल रही है, इसका ताजा उदाहरण एक बार फिर सामने आया है।
बताया गया है कि बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं का शिकार हुई एक गरीब महिला को न केवल जिला अस्पताल में इलाज करने से इनकार कर दिया गया था, वहीं सड़क पर ही उसका ईलाज करने लिये चिकित्सकों को मजबूर होना पड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक गरीब महिला खून की कमी की बीमारी के चलते अपना इलाज कराने के लिये जिला अस्पताल गई थी, लेकिन यहां न तो किसी चिकित्सक ने ही उसका इलाज किया और न ही किसी चिकित्सक का उसकी हालत देखकर भी दिल नहीं पसीजा।
बताया गया है कि महिला को बाहर निकाल दिया गया था। खून की अत्याधिक कमी होने के कारण महिला की स्थिति गंभीर हो गई थी। जैसे-तैसे वह सड़क पर आई तो सही लेकिन जब उससे चला नहीं गया तो वह मजबूरी में सड़क किनारे ही लेट गई। राह चलते एक समाजसेविका ज्योति ने महिला की स्थिति देखी तो उसने चिकित्सक को फोन कर बुलाया और फिर सड़क पर ही इलाज शुरू करते हुय महिला को चार यूनिट से अधिक खून की बोतले चढ़ाई गई। महिला ने समाजसेविका को धन्यवाद देते हुये कहा है कि यदि वह नहीं होती तो हो सकता था उसकी जान ही चली जाती।