क्या फिर टूटेगा पाकिस्तान ? जेल से बहुत कुछ बोल गए पूर्व पीएम इमरान खान
क्या फिर टूटेगा पाकिस्तान ? जेल से बहुत कुछ बोल गए पूर्व पीएम इमरान खान
Share:

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस वक़्त जेल की सजा काट रहे हैं, लेकिन उन्हें पाकिस्तान के भविष्य की चिंता सता रही है। अब इमरान खान ने कहा है कि उनके देश में जो हालात बन रहे हैं, वो 'ढाका त्रासदी' की याद दिलाते हैं। इमरान खान ने पाकिस्तान के मौजूदा हालत और 1971 की परिस्थितियों की तुलना करते हुए चेतावनी दी है कि इससे मुल्क गंभीर संकट में फंस सकता है। 

रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक चेयरमैन इमरान खान ने रावलपिंडी की अदियाला जेल से एक संदेश में मौजूदा शाहबाज़ शरीफ सरकार को याद दिलाया है कि "देश और संस्थाएं" मजबूत और स्थिर अर्थव्यवस्था के बगैर जिंदा नहीं रह सकते। ईद के दिन इमरान की पार्टी PTI की लीगल टीम ने अदियाला जेल में उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद इमरान खान का संदेश उनकी पार्टी के सूचना सचिव रऊफ हसन ने मीडिया के सामने रखा। 

PTI की तरफ से बैरिस्टर राजा ने कहा कि इमरान का संदेश सुनाते हुए कहा कि 'जब आप लोगों को उनका हक़ नहीं देते हैं, तो आप ये नहीं कह सकते हैं कि अर्थव्यव्स्था में इजाफा होगा।' इमरान ने आगे कहा कि 1970-71 में पूर्वी पाकिस्तान की परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए कहा कि, '1970 में आर्मी चीफ याह्या खान त्रिशंकु संसद चाहते थे, मगर जब शेख मुजीबुर रहमान की पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल गया, तो सेना ने धोखाधड़ी से उपचुनाव कराया, जिसमें गैर कानूनी तरीके से अवामी लीग की 80 सीटें छीन ली गईं, क्योंकि याह्या खुद खान राष्ट्रपति बनना चाहते थे।'

इमरान ने अपने सन्देश में आगे कहा कि, 'मैं हमूदुर रहमान आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करना चाहता हूं कि हम फिर से वही गलतियां दोहराने जा रहे हैं जो हमने पहले भी की थीं। 1970 में लंदन प्लान बना और आज फिर लंदन प्लान के माध्यम से सरकार थोप दी गई है।' उल्लेखनीय है  कि इमरान खान और उनकी पार्टी निरंतर कह रही है कि फरवरी 8 को पाकिस्तान में हुए लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की गई और नतीजों को प्रभावित किया गया है। इस दौरान पाकिस्तान की फ़ौज ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज को सत्ता हासिल करने में मदद की है। 

बता दें कि पाकिस्तान में हुए चुनाव के बाद बहुत जोड़-तोड़ हुई इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री  नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने PPP और दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई है। अदालत द्वारा बैन लगाने के बाद इमरान खान की पार्टी इस चुनाव में नहीं लड़ पाई थी। इसके बाद PTI के नेता निर्दलीय चुनाव में उतरे थे। इस चुनाव में PTI के सपोर्ट से निर्दलीय प्रत्याशियों ने नेशनल असेंबली में ज्यादा सीटें जीतीं थी, मगर संवैधानिक प्रावधानों, इमरान की गैरमौजूदगी, सेना का PML-N की तरफ झुकाव जैसे कुछ फैक्टर रहे जिसके कारण इमरान कि पार्टी सरकार नहीं बना सकी। इसलिए PTI को लगता है कि मौजूदा सरकार ने उनसे जनमत छीनकर खुद सरकार का गठन कर लिया है। 

बता दें कि इमरान खान कई बार यह दावा कर चुके हैं कि धोखाधड़ी करके उनको मिला जनादेश चुरा लिया गया है और "पार्टी पर कब्ज़ा करने के प्रयास किए जा रहे हैं"। पाकिस्तान की फ़ौज में शक्तिशाली फैक्टर रहे सेना से अनबन के बाद से इमरान की पार्टी का दमन किया जा रहा है। गत वर्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद 9 मई को भड़की हिंसा के बाद पार्टी को गिरफ्तारी और नेताओं के पाला बदल का सामना करना पड़ा है।  बता दें कि अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव में सत्ता से हटने के बाद से 71 वर्षीय इमरान खान को कम से कम चार मामलों में दोषी पाया गया है। 

क्या है ढाका त्रासदी :-

जिस प्रकार 2023 में हुए आम चुनाव में इमरान पाकिस्तान की सरकार पर जनमत चुराने का इल्जाम लगा रहे हैं। ऐसा ही एक चुनाव 1970 में हुआ था। तब पाकिस्तान का विभाजन नहीं हुआ था और बांग्लादेश का जन्म नहीं हुआ था। मगर, अब के बांग्लादेश और उस वक़्त के पूर्वी पाकिस्तान में शेख मुजीबुर रहमान लोकप्रिय नेता थे। वे पूर्वी पाकिस्तान की आज़ादी के लिए शुरू से संघर्ष कर रहे थे। 1970 के इस चुनाव में मुजीबुर रहमान की पार्टी आवामी लीग को जबरदस्त जीत हासिल हुई। पूर्वी पाकिस्तान की 169 से 167 सीट आवामी लीग को मिली। 313 सीटों वाली पाकिस्तानी संसद में मुजीब के पास सरकार बनाने के लिए अच्छा ख़ासा बहुमत था, मगर पश्चिमी पाकिस्तान के लीडरों और सैन्य शासन को यह बर्दाश्त नहीं था।

पाकिस्तानी सेना के चीफ याह्या खान ने शेख मुजीब को सरकार नहीं बनाने दिया। मुजीब के साथ इस धोखे से पूर्वी पाकिस्तान में बगावत शुरू हो गई, लोग सड़कों पर आ गए। इसके बाद पाकिस्तान ने इस विद्रोह का दमन करने के लिए सेना को बुला लिया। इन्हीं परिस्थितियों में भारत ने पूर्वी बांग्लादेश में अपनी फ़ौज भेजी और बांग्लादेश को आजाद कराया। इस प्रकार से दुनिया के नक्शे पर एक नए देश का उदय हुआ। 

अपना वादा भूले उमर अब्दुल्ला! लोकसभा चुनाव में इस सीट से ठोकेंगे ताल, जानिए पहले क्या कहा था ?

IIT गुवाहाटी के हॉस्टल में मृत पाया गया बीटेक का छात्र, ख़ुदकुशी की आशंका

ईद के दिन मस्जिद के बाहर हुई अंधाधुंध फायरिंग, बंदूकधारी 15 वर्षीय लड़के सहित 5 गिरफ्तार

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -