ब्रेकअप शायरी
ब्रेकअप शायरी
Share:

कोशिश बहुत की कि राज-ऐ-मोहब्बत बयाँ ना हो,
मुमकिन कहाँ था कि आग लगे और धुंआ ना हो.


रूह से रूहानी होने तक,
हरफ़ से कहानी होने तक.
साथ रहूंगी मैं हमदम तेरे,
खाक़ आसमानी होने तक.

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -