आखिर क्या है स्लीप ऐप्निया?

आजकल की फास्ट लाइफ में चैन की नींद सोना हर किसी के नसीब में नहीं होता। दौड़ती भागती ज़िन्दगी में बमुश्किल एक ही वक्त होता है जब हम सब कुछ पीछे छोड़कर आराम करते हैं और यह वक्त है जब हम सो रहे होते हैं. आजकल नींद की बीमारियां बहुत आम हो गयी है. कोई नींद न आने से परेशान है तो किसी को बहुत ज्यादा नींद आने की बिमारी है. टेंशन,डिप्रेशन और खराब लाइफस्टाइल और न जाने कितने कारण है जिनके रहते हम ऐसी समस्याओं से जूझते हैं।

नींद की एक ऐसी ही बीमारी है जिसका नाम स्लीप ऐप्निया है. अक्सर नींद के दौरान सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है, जिसे स्लीप ऐप्निया की समस्या के नाम से जाना जाता है। यह समस्या भले ही सुनने में छोटी लगती हो लेकिन इसके परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं। यह समस्या रात को नींद के दौरान होती है। इस समस्या की वजह से सोते समय व्यक्ति की सांस सैकड़ों बार रुक जाती है। श्वसन क्रिया में आने वाले इस अंतर को ऐप्निया कहा जाता है।

एक शोध के मुताबिक भारतीय पुरुषों में नींद के दौरान सांस लेने में दिक्कत महिलाओं की अपेक्षा तीन गुना अधिक हैं। शोध में यह भी माना गया है कि इस बीमारी में अधिकतर लोग डॉक्टर के पास जाने की सोचते ही नहीं हैं। भारतीय लोगों का चेहरा गोरे लोगों की तुलना में समतल होता है और जबड़े का हिस्सा भी बाहर उभरकर नहीं आता है। इसके परिणाम स्वरूप, हमारी जुबान से गले के पीछे की तरफ अधिक दबाव पड़ता है।

सोने के इन तरीको से जाहिर होता...

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