हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी (vinayak chaturthi 2022) का व्रत रखा जाता है। ऐसे में इस बार यह व्रत 6 मार्च को रखा जाने वाला है। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं विनायक चतुर्थी के पूजा मुहूर्त और श्री गणेश की आरती जो आप इस दिन जरूर करना चाहिए।
विनायक चतुर्थी के पूजा मुहूर्त - इस दिन का शुभ मुहूर्त 06 मार्च को दिन में 11 बजकर 22 मिनट से दोपहर 01 बजकर 43 मिनट तक है। इस दिन आपको चतुर्थी पूजा करने के लिए कुल 02 घंटे 21 मिनट का समय मिलेगा। आपको बता दें कि विनायक चतुर्थी के दिन ब्रह्म योग इंद्र योग बन रहे हैं। ये दोनों ही योग मांगलिक कार्यों के लिए शुभ (vinayak chaturthi puja shubh muhurat 2022) होते हैं।
श्री गणेश की आरती-
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे,
मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे,
संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
'सूर' श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो,
जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
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