नई दिल्ली : वेदांता रिसोर्जेज की दो कंपनियों केयर्न इंडिया और वेदांता लिमिटेड के बीच प्रस्ताविज मर्जिग से इस समूह के वित्तीय प्रदर्शन में सुधार होगा। यह बात ग्लोबल रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर ने कही। एजेंसी के विश्लेषक मेहुल सकरवाला ने कहा कि हमारे विचार से मर्जिग के बाद ग्रुप में अधिक मात्रा में नकदी के प्रवाह और सही मात्रा में उपलब्ध होने से पूरे समूह के वित्तीय प्रदर्शन में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि यह मर्जिग वेदांता समूह की सरलीकरण प्रक्रिया की ओर उठाया गया एक कदम है। इससे हमे उम्मीद है कि 2016 की पहली तिमाही के आखिर तक दोनों का यह प्रस्तावित मर्जर हो जाएगा।
रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2016 में इस समूह में लगभग 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नकद प्रवाह होगा। इससे पहले, सोमवार को वेदांता रिसोर्सेस के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की। यह मुलाकात नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय में हुई।
सूत्रों ने बताया कि मुलाकात के दौरान अनिल अग्रवाल ने वित्त मंत्री को वेदांता लिमिटेड और केयर्न इंडिया लिमिटेड के विलय सौदे के बारे में ताजा जानकारी दी। जब अनिल दे इस बारे में पौंचा गया तो उन्होने बताया कि यह एक सामान्य मुलाकात थी। उन्होंने कहा कि यह मेरे नियमित दौरे का हिस्सा है, जब भी मैं दिल्ली आता हूं, तब मैं वित्त मंत्री को यह बताता हूं कि वह क्या कर रहे हैं।