फर्राटे के बादशाह उसैन बोल्ट ने 15 अगस्त को रचा इतिहास
फर्राटे के बादशाह उसैन बोल्ट ने 15 अगस्त को रचा इतिहास
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फर्राटे के बादशाह उसैन बोल्ट ने आज (सोमवार, 15 अगस्त) एच प्रदर्शन करते हुए 100 मीटर की बहुचर्चित दौड़ में लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक में नया इतिहास रचा वही दूसरी और वेड वान नीकर्क जो की दक्षिण अफ्रीका के हे उन्होंने ने 400 मीटर में माइकल जॉनसन का लंबे समय से चला आ रहा रिकॉर्ड तोड़ा। रियो ओलंपिक में जमैका के बोल्ट ने खचाखच भरे स्टेडियम में 100 मीटर के फाइनल में 9.81 सेकेंड का समय निकालकर सोने का तमगा हासिल किया। 

उसैन बोल्ट ने अपने पारंपरिक ‘लाइटनिंग बोल्ट’ का पोज बनाया। उन्होंने पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाया और यहां तक कि अपने प्रशंसकों के साथ सेल्फी भी खिंचवायी। उन्होंने बाद में कहा, ‘यह बेहतरीन था। मैं बहुत तेज नहीं दौड़ा लेकिन मैं जीता और इसलिए मैं खुश हूं। मैंने आपसे कहा था कि मैं खिताब जीतने जा रहा हूं। किसी ने कहा था कि मैं अमर बन सकता हूं। दो और पदक जीतकर मैं अमर बनकर विदाई ले सकता हूं।’ आधुनिक ओलंपिक की शुरुआत 1896 में हुई और पिछले 120 वर्षों में बोल्ट पहले ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने 100 मीटर की दौड़ में लगातार तीन स्वर्ण पदक जीते। यही नहीं वह लगातार तीसरी बार 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीतने का भी नया रिकॉर्ड बनाने की राह पर हैं। फर्राटा दौड़ के अलावा सभी की निगाह 400 मीटर दौड़ पर भी लगी थी जिसमें नीकर्क ने आठवीं लेन पर दौड़ते हुए अपने प्रदर्शन से सभी को रोमांचित किया। 

बोल्ट के नाम पर ट्रैक स्पर्धाओं में सर्वाधिक ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का रिकॉर्ड है और अब फर्राटा दौड़ की जीत से उन्होंने सुनिश्चित कर दिया कि वह मोहम्मद अली, पेले और माइकल जोर्डन जैसे खिलाड़ियों की बराबरी का दर्जा पाने का हकदार हैं। बोल्ट की जीत से गैटलिन का विरोध करने वाले लोगों को भी राहत मिली जो डोपिंग विवाद में फंसे इस अमेरिकी एथलीट का विरोध कर रहे थे। यहां तक कि जब स्टेडियम में गैटलिन के नाम की घोषणा हुई तो तब भी दर्शकों ने उनकी हूटिंग की। एथेंस ओलंपिक 2004 में स्वर्ण पदक जीतने वाले गैटलिन ने यहां आने से पहले बोल्ट को हराने का वादा किया था लेकिन वह रजत पदक जीतकर खुश थे। उन्होंने कहा, ‘मैं 34 साल का हूं और मैंने इन युवा धावकों के साथ दौड़ में हिस्सा लिया और फिर भी पोडियम पर पहुंचने में सफल रहा। इसलिए मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। हम यहां नौ सेकेंड दौड़ने के लिए साल में 365 दिन मेहनत करते हैं।’

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