नई दिल्ली: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में आतंकी अफजल गुरू के समर्थन में नारेबाजी करने वाले आरोपी छात्र उमर खालिद को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। दरअसल उमर देश के 18 विश्वविद्यालयों में इस तरह के आयोजन करने की तैयारी कर रहा था। उमर को तलाश करने के लिए जम्मू - कश्मीर, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र आदि स्थानों पर छापेमारी की गई।
इस मामले में यह जानकारी सामने आई है कि अफजल गुरू की बरसी को लेकर और देशविरोधी नारेबाजी करने को लेकर यह अपने छात्र संगठन डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन के अन्य छात्रों के साथ तैयारी कर रहा था। पुलिस इस विद्यार्थी के ही साथ डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन के अन्य विद्यार्थियों अनिर्बन भट्टाचार्य, रियाजुल कह और रूबीना सैफी आदि की तलाश कर रही है।
उमर खालिद ने अपन साथियों को देश के अलग - अलग क्षेत्रों में भेजा था जिससे यह तय हो पाए कि ऐसे कौन से विश्वविद्यालय हैं जहां इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है। दिल्ली पुलिस की जांच में यह जरूर कहा गया है कि कन्हैया देशद्रोही नारेबाजी करने वालों में नहीं था वह केवल वहां उपस्थित लोगों की अगुवाई कर रहा था। कन्हैया द्वारा भी यह कहा गया कि वे केवल घटनास्थल पर ही उपस्थित थे। वे देश विरोधी नारे नहीं लगा रहे थे।
उमर खालिद द्वारा देश के विरूद्ध नारेबाजी की गई। खालिद ने ही कार्यक्रम का आयोजन भी किया था। उल्लेखनीय है कि जेएनयू विवाद में नक्सलियों का हाथ होने की बात भी सामने आई थी। पुलिस द्वारा फरार विद्यार्थियों की तलाश की जा रही है।