भुवनेश्वर : दीवाली के त्योहार के बीच राउरकेला पुलिस और सीआऱपीएफ के जवानों ने दो उग्रवादियों को मार गिराया। उड़ीसा-झारखंड सीमा पर स्थित पामड़ा जंगल में इन दोनो नक्सलियों को मार गिराया गया। कहा जा रहा है कि इसमें कुख्यात नक्सली व सारंडा का कमांड़ संग्राम भी मारा गया। इस दौरान उनके कैंपस को भी ध्वसत किया गया।
कैंपस से 4 राइफल, हैंड ग्रेनेड, 200 के करीब कारतूस, बर्तन, टेंट, नक्सली साहित्य व अन्य कई सामान बरामद किए गए। दोनो ओर से हुई फायरिंग में दो टीमें शामिल थी। जब पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई तो नक्सली अपने साथियों के शव को लेकर जंगल की ओर भाग चले। बुधवार की रात करीब 10 बजे जंगल में पुलिस व नक्सलियों की दो बार मुठभेड़ हुई। इसमें एक घायल नक्सली को ले जा रहे 4-5 नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
जब कोई रास्ता नजर नहीं आया घायल साथी को छोड़ अन्य नक्सली भाग निकले़। मौके पर पुलिस की दो राइफल मिली। कहा जा रहा है इन नक्सलियों की मंशा झारखंड में होनेवाले पंचायत चुनाव में बाधा डालने की थी।
हांलाकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह ग्रुप किसका था। बताया जा रहा है कि यह पोलित ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा अथवा समरजी का ग्रुप हो सकता है। दो दिन पहले भी इसी जंगल में राउरकेला पुलिस की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी। इसमें नक्सलियों के कई हथियार बरामद हुए थे।