नई दिल्ली: सोमवार को तृणमूल कांग्रेस सांसद सुल्तान अहमद का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. सीने में दर्द होने पर उन्हें अस्पताल में दाखिल किया गया था. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. बता दें कि 64 वर्षीय सुल्तान अहमद मनमोहन सिंह की सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री थे. सुल्तान अहमद नारदा घोटाले में भी आरोपी थे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया हैं.
उल्लेखनीय हैं कि अहमद .1987-91 में और फिर 1996-2001 में 2 बार कांग्रेस विधायक भी रहे थे. तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर वह उलुबेरिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 15वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे.
बता दें कि सुल्तान अहमद छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे. 1969 में मौलाना आजाद कॉलेज छात्र परिषद और 1973 में युवा कांग्रेस में शामिल हुए थे. वह 1978 से 80 तक युवा कांग्रेस के जिला सचिव भी रहे . 1997 में वह तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक थे.
बता दें कि तृणमूल पार्टी के इस नेता के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शोक व्यक्त किया हैं. सुलतान अहमद को भी नारदा घोटाले में आरोपी बनाया गया था. इस मामले के निराकरण से पूर्व ही अहमद अल्लाह को प्यारे हो गए.
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