style="text-align: justify;">जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर रा, रि, रु, रे, रो, ता, ती, तू या ते है, वे लोग तुला राशि के होते हैं। वर्तमान समय में तुला राशि में शनि और राहु एक साथ स्थित हैं। इस राशि में शनि उच्च का रहता है और सभी राशि के लोगों को प्रभावित करता है। तुला राशि में शनि होने के कारण इस समय तुला, कन्या और वृश्चिक राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। जबकि कर्क और मीन राशि में ढय्या चल रही है।
तुला राशि का चिह्न तराजू है और यह राशि पश्चिम दिशा की द्योतक है। यह वायुतत्व की राशि है।
शुक्र राशि का स्वामी है। इस राशि वालों को कफ की प्रवृत्ति होती है। इस राशि के पुरुष सुंदर, आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं।
इनकी आंखों में चमक व चेहरे पर प्रसन्नता झलकती है। इनका स्वभाव सम होता है। किसी भी परिस्थिति में विचलित नहीं होते, दूसरों को प्रोत्साहन देना, सहारा देना इनका स्वभाव होता है।
ये लोग कभी अकेले रहना पसंद नहीं करते है, दुख की परिस्थिति में इन्हें किसी मित्र या प्रेमी के साथ और मदद की जरुरत रहती है।
कई बार प्रेमी या जीवन साथी से रिश्तों को लेकर इनके झगड़े हो जाते हैं जिससे इनका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। इनका व्यक्तित्व काफी आकर्षक होता है जो कि अन्य लोगों को इनकी ओर आकर्षित करता है।
बिगड़ती बात को कैसे संभाला जाता है, यह बात भी इन लोगों को काफी अच्छे से मालूम होती है। इस राशि के लोग किसी भी व्यक्ति से मिलकर उसके स्वभाव के बारे में सही-सही अंदाजा लगा लेते हैं।
तुला राशि की स्त्रियां मोहक व आकर्षक होती हैं। स्वभाव खुशमिजाज व हंसी खनखनाहट वाली होती हैं। बुद्धि वाले काम करने में अधिक रुचि होती है।
इस राशि की स्त्रियों को घर की साजसज्जा व स्वयं को सुंदर दिखाने का शौक रहता है। कला, गायन आदि गृह कार्य में दक्ष होती हैं। बच्चों से बेहद जुड़ाव रहता है।
तुला राशि के बच्चे सीधे, संस्कारी और आज्ञाकारी होते हैं। घर में रहना अधिक पसंद करते हैं। खेलकूद व कला के क्षेत्र में रूचि रखते हैं।
तुला राशि के लोगों का सोचने-समझने का स्तर काफी ऊंचा होता है। ये लोग काफी आसानी से किसी भी बात को समझ लेते हैं। रिश्ते निभाने में इन्हें काफी राहत मिलती है। परिवार हो या मित्र सभी के प्रति इनका झुकाव रहता है।