इजरायल-हमास जंग के मध्य सोशल मीडिया पर गाजा की कुछ ऐसी फोटोज सामने आ रही हैं, जिसे लेकर इजरायली सेना पर प्रश्न उठ रहे हैं. फोटोज में गाजा के दर्जनों नागरिक आधे कपड़ों में घुटने के बल बैठे हैं, उनकी आंखों पट्टी बंधी हुई है. कुछ फोटोज में गाजा के नागरिक सैन्य ट्रक में नंगे बदन जबरन बिठाए हुए नजर आ रहे है. खबरों का कहना है कि हालांकि इजरायल की ओर से इस बारे में कोई सफाई अब तक नहीं दी गई है. अब तक ये जानकारी भी सामने नहीं आई है कि नागरिकों को इजरायली सैनिकों ने किस वजह से हिरासत में लिया गया है. तस्वीरों में नजर आ रहे रहे कुछ कैदियों की पहचान भी की जा चुकी है. उनके परिवार वालों ने इस बारें में बोला है कि उनका किसी चरमपंथी समूह से कोई लेना-देना नहीं है.
यूरो-मेडिटेरेनियन ह्यूमन राइट्स मॉनिटर ने एक बयान में ये भी बोला गया है, "इजरायली सेना ने दर्जनों फिलिस्तीनी नागरिकों को हिरासत में लिया और उनके साथ बुरा सलूक कर रहे हैं." "यूरो-मेडिटेरेनियन मॉनिटर को रिपोर्ट मिली है कि इजरायली बलों ने डॉक्टरों, शिक्षाविदों, पत्रकारों और बुजुर्ग पुरुषों के साथ-साथ विस्थापित लोगों की मनमाने ढंग से गिरफ्तारी शुरू कर दी गई है."
"I begged him to leave, move to the south. But he replied he could not leave his disabled daughter and old mother.” Rami Abdu, Euro-Mediterranean Human Rights Monitor, speaking about his friend Dia Kahlout, kidnapped by the Israeli army in Gaza along with many other civilians pic.twitter.com/YTMUS8mcwQ
Yanis Varoufakis (@yanisvaroufakis) December 7, 2023
क्या है वजह?: खबरों का कहना है कि इजरायली मीडिया में गिरफ्तार किए गए लोगों को हमास का लड़ाका भी कहा जा है. हालांकि इस बारे में कोई सबूत नहीं दिया गया है. इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नागरिकों को गिरफ्तार करने को लेकर सवाल किए गए. उन्होंने बोला है कि, "हमास के साथ जंग में जो इलाके में छिपे हैं वे धीरे-धीरे खुद बाहर आ सकते है." डेनियल ने इस बारें में बोला है कि "हम तलाश रहे हैं कि इलाके में कौन हमास से ताल्लुक रखता है और कौन नहीं. हम उन्हें हिरासत में लेते हैं और उनसे सवाल पूछते हैं. हम ऐसा तब तक करेंगे जब तक हम संतुष्ट नहीं हो जाते कि क्षेत्र में हमास की उपस्थिति समाप्त हो गई हैं."
गाजा से डॉक्टरों और पत्रकार हो रहे लापता: इतना ही नहीं गुरुवार को अरब देशों में चर्चित मीडिया आउटलेट अल-अरबी अल जदीद ने एक बयान जारी कर बोला है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक उनका संवाददाता है और उसके परिवार के कई सदस्य शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में कई डॉक्टर भी मौजूद है.
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