अक्सर बच्चों की सेहत के बारे में कई लोग हमसे पूछतें हैं कि क्या बच्चों की सेहत के लिए भी आयुर्वेद में कोई नुस्खे हैं. जिससे बच्चों की सेहत को ठीक रखा जा सकता है. आयुर्वेद में हर्बल दवाओं के बारे में बताया गया है जो बच्चों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है. जहां एक तरफ माता-पिता बच्चों को उर्जावान और बलवान बनाने के लिए केमिकल युक्त चीजों को देते हैं जो कि गलत है. हर्बल दवाओं को बच्चों को देने से किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं पड़ता है और बच्चा कई तरह की बीमारियों से भी बचा रहता है और उसकी ग्रोथ भी बढ़ती है.
भिंडी के बीज
भिंडी के बीजों को सुखा लें और इसका चूर्ण बना लें और उसे बच्चे को खिलाएं. इस चूर्ण को बच्चे को खाने को दें. इस उपाय से बच्चे को ताकत मिलती है.
अंगूर का रस
बच्चे को सुबह और शाम का खाना खाने के बाद चार-चार चम्मच अंगूर का रस पिलाएं. ऐसा करने से बच्चे की स्मरण शक्ति और दिमाग तेज होता है. इस उपाय से बच्चे चुस्त दुरूस्त भी रहते हैं.
भूने हुए चने
बच्चे को ताकत और उर्जा देने के लिए उन्हें भूने हुए चने के साथ एक चम्मच शहद खिलाएं.
पालक और चौलाई
बच्चों के शरिरिक विकास के लिए उन्हें चौलाई और पालक की सब्जी का सेवन कराएं. चौलाई और पालक की सब्जी से बच्चों के शरीर को शक्ति भी मिलती है.
सिंघाडा
सिंघाडा में कई तरह के पोषक तत्व जैसे लोहा, विटामिन, कार्बोहाईड्रेट, सटार्च और खनिज तत्व मौजूद होते हैं. सिंघाडा एक हर्बल औषधि है. इसका सेवन बच्चों को कराने से शरीर में खून कमी दूर होने के साथ स्मरण शक्ति को बढ़ती है.