हैदराबाद: हैदराबाद से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ राचाकोंडा पुलिस ने बताया कि उन्होंने 75 वर्षीय पुजारी एवं उनके बेटे के क़त्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस हत्या के पीछे अंधविश्वास है। पुलिस ने बताया कि 31 वर्षीय अपराधी पुजारी को लंबे समय से जानता था। उसे यह भरोसा था कि अगर पुजारी उसके लिए एक विशेष पूजा कराए, तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है।
पुलिस के मुताबिक, अपराधी ने वर्ष 2016 में पुलिस की भर्ती परीक्षा में भाग लिया था। तब पुजारी ने उससे 6 लाख रुपये लेकर ऐसी पूजा कराई थी, जिससे उसकी नौकरी लग जाए। पुजारी ने उससे किसी और को 12।50 लाख रुपये भी दिलवाए थे। इस सब के पश्चात् भी अपराधी की नौकरी नहीं लगी तो उसने उस व्यक्ति से अपने 12।50 लाख रुपये वापस लौटाने का दबाव बनाया। व्यक्ति ने 10 लाख रुपये कैश तथा 2।50 लाख का चेक उसे दे दिया, मगर पुजारी ने उसे 6 लाख रुपये लौटाने से मना कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद अपराधी वित्तीय परेशानियों से जूझने लगा तथा इस समस्या से निकलने के लिए भी उसने कई जगह पूजा-पाठ में पैसे लगा दिए। वह मार्च 2021 से पुजारी से अपने 6 लाख रुपये वापस मांग रहा था मगर वह इसे टाले जा रहा था।
वही अपराधी को ऐसा भरोसा हो गया कि उसके बीमार होने, वित्तीय दिक्कतों, कानून मामलों में फंसने और पूर्णमासी की रात ज्यादा परेशान हो जाने के पीछे पुजारी का हाथ है क्योंकि वह पैसे न लौटाने के लिए उस पर काला जादू कर रहा है। तत्पश्चात, उसने कुछ लोगों की सहयता से पुजारी की हत्या की योजना बनाई। फिर 14 अक्टूबर को उसने कुछ साथियों के साथ मिलकर पुजारी एवं उसके बेटे पर उसके घर पर जाकर हमला कर दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने खबर दी कि तहकीकात के बाद अपराधी और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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