वाशिंगटन: पिछले महीने टेस्ला मोटर्स के सीईओ एलन मस्क को भारत में औद्योगिक इकाई डालने का न्योता दे आए प्रधानमंत्री मोदी को आज निराशा हाथ मिली. सूत्रों के मुताबिक टेस्ला मोटर्स भारत के बजाए चीन में औद्योगिक इकाई लगाने का फैसला लेती हुई दिखाई दे रही है. कंपनी से औपचारिक एलान अभी बाकि है.
कंपनी ने अपने पहले 9 महीनो में चीन में 3,000 इकाइयों की बिक्री की है. कंपनी के मुताबिक चीन में इकाई लगाने से लागत को कम करने में मदद मिलेगी. चीन फ़िलहाल दुनिया का सबसे बड़ा कार मार्केट है. इलेक्ट्रॉनिक कारें बनाने वाली कंपनी का मानना है की चीन में प्रदुषण के कारण इलेक्ट्रॉनिक कारो की मांग में बहु स्तरीय बढ़त देकने को मिलेगी.
भारत भी कई दृष्टियों से चीन के सामान है पर कारो की शुरुवाती कीमत लगभग 45 लाख रुपया है जो भारतीय बाज़ारो के हिसाब से काफी ज्यादा है. चीन में कंपनी अगले तीन सालो में लक्ज़री सेडान कार लाने की इच्छा रखती है.