नई दिल्ली : भारत के संत समुदाय द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट्स को बंद करने का निर्णय लिया गया। इस फैसले का समर्थन योग गुरू बाबा रामदेव, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरीजी ने किया था। उनका कहना था कि संत समुदाय द्वारा केंद्र सरकार के निर्णय का समर्थन किया गया है। दूसरी ओर केंद्र सरकार के इस निर्णय का आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने समर्थन किया है।
दरअसल वे दूरसंचार क्षेत्र कौशल परिषद, टीएसएससी और द आर्ट आॅफ लिविंग डिजिटल इंडिया मूवमेंट के संयुक्त तत्वावधान मेें तैयार किए गए ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के अवसर पर मौजूद थे। इस दौरान श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन पर लगाम कसने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किया है।
आर्ट आॅफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने इस दौरान कहा कि नोटबंदी एक आवश्यक कदम था। पीएम मोदी ने अहम कदम उठाया है। यह बेहद आवश्यक था। उनका कहना था कि 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट बंद होने के निर्णय से उन्हें खुशी हुई हैं।
गौरतलब है कि श्रीश्री रविशंकर जिस कार्यक्रम में पहुंचे हैं उसके माध्यम से युवाओं में कौशल उन्नयन, रोजगार सृजन, उद्यमशीलता बढ़ाना आदि को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। श्रीश्री रविशंकर द्वारा कहा गया कि देश को इस तरह के कार्यक्रम की बहुत आवश्यकता है।
घाटी में शांति बहाली के लिये आगे आये श्रीश्री रविशंकर