नई दिल्ली : रियो में आयोजित खेलों के महाकुम्भ में इस बार भारत ने अपने सरे खेल प्रशंसको का दिल तोडा है. इस बार भारत को हर तरफ से सिर्फ निराश ही हाथ लगी. कुम्भ की समाप्ति के कुछ दिन पहले पीवी सिंधु और साक्षी ने भारत को थोड़ी रहत जरूर दी और भारत को इस बार केवल एक रजत और एक कांस्य से संतुष्ट होना पड़ा.
खेलो के सबसे बड़े कुम्भ में इतने ख़राब प्रदर्शन को लेकर खेल मंत्रालय ने इसकी जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और ओलंपिक का हिस्सा रहने वाले खिलाडियों से भी उनकी प्रतिक्रिया जानने की पहल शुरू कर दी है. ओलंपिक के दौरान खिलाड़ियों का कैसा अनुभव रहा और उसमे सुधार के लिए प्रतियोगियों से उनके सुझाव भी मांगे गए हैं.
गौरतलब है की इस बार खेलों के महाकुंभ में भारत को केवल दो ही पदक मिले जिसमे पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में रजत और साक्षी मलिक ने कुश्ती में कांस्य पदक भारत की झोली में डाला.
खेल मंत्रालय ने जारी किये निर्देश में लिखा है कि - ‘‘खेल मंत्री विजय गोयल ने मंत्रालय के अंदर ही भारत के रियो ओलंपिक 2016 में प्रदर्शन की संपूर्ण समीक्षा कराने का फैसला किया. खेल मंत्री ने रियो ओलंपिक में भाग लेने वाले प्रत्येक एथलीट को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखे, उनसे उनकी प्रतिक्रिया और सुझाव मांगे. उन्होंने साथ ही लिखा कि खिलाड़ी उन्हें किसी भी समय व्यक्तिगत रूप से या मेल के जरिये अपने सुझाव और प्रतिक्रिया देने के लिये स्वतंत्र महसूस करें. ’’
इसके अलावा खेल मंत्रालय के अधिकारी साई के कुछ केंद्रों का भी दौरा करेंगे. और खेल मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ को भी रियो में आयोजित खेलो के महाकुम्भ में भारत के प्रदर्शन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा है.