जहां शनि देव के साथ नवग्रहों की आराधना का मिलता है पुण्य
जहां शनि देव के साथ नवग्रहों की आराधना का मिलता है पुण्य
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शनिदेव जिन्हें न्याय का अधिपति भी कहा जाता है। शनि देव को धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार भगवान शनि देव व्यक्ति के कर्मों के अनुसार न्याय प्रदान करते हैं। शनि देव को सूर्य पुत्र कहा जाता है। भगवान शनि देव मद्धिम गति करते हैं तो दूसरी ओर शनि देव का रंग काफी कृष होता है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार भी शनि ग्रह मंद गति से गमन करते हैं।

शनि देव को प्रसन्न करने के लिए यूं तो कई उपाय होते हैं जिसमें काले घोड़े की नाल की अंगूठी धारण करना। काला कपड़ा, काले तिल, उड़द, तेल का दान, कोयले को किसी प्रवाहमान जल स्त्रोत या नदी में बहाना प्रमुख हैं। लोहे का दान आदि भी प्रमुख है लेकिन शनि देव को यदि उनके मंदिर में जाकर भजा जाए तो यह बेहद उत्तम होता है। देशभर में शनि देव के कई लोकप्रिय मंदिर हैं जहां दर्शन मात्र से शनि दोषों से व्यक्ति को मुक्ति मिलती है।

ऐसे ही मंदिरों में एक है उज्जैन का नवग्रह शनि मंदिर। इंदौर से उज्जैन जाने के दौरान उज्जैन में मार्ग में ही त्रिवेणी संगम के किनारे प्रतिष्ठापित यह अति प्राचीन मंदिर जागृत शनि धाम है। यहां पर भगवान श्री शनि देव की मूर्ति, शिवलिंग प्रतिष्ठापित है। दूसरी ओर मंदिर परिक्रमा मार्ग में नवग्रह प्रतिष्ठापित हैं।

ऐसे में भगवान श्री शनि देव के दर्शन के साथ ही श्रद्धालु विभिन्न ग्रहों के दर्शन का लाभ भी ले सकते हैं। यहां पर श्रद्धालुओं द्वारा तेल, काला कपड़ा, काले तिल, आदि चढ़ाने से श्रद्धालुओं के कष्टों का निवारण होता है इतना ही नहीं गरीबों को दान देने और भोजन करवाने से भी मनोकामना पूर्ण होती है।

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