मुंबई : पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की पुस्तक के विमोचन को लेकर उपजे विवाद के बाद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में जमकर भड़ास निकाली। शिवसेना का यह मुखपत्र पूरी तरह से इस घटना की प्रतिक्रियाओं और समाचारों से भरा रहा। सामना के मराठी अंक में जहां शिवसेना ने सुधींद्र कुलकर्णी को पाकिस्तानी एजेंट बताया है वहीं हिंदी अंक में शिवसेना ने स्याही स्नान! हैडिंग दी है। इस मुखपत्र में प्रकाशित संपादकीय में सुधींद्र कुलकर्णी पर जमकर निशाना साधा गया है।
जिसमें कहा गया है कि शिवसैनिक राष्ट्रभक्त हैं। संपादकीय में यह भी लिखा गया है कि सुधींद्र कुलकर्णी जिस तरह से अपना काला थोबड़ा लेकर खुश हो रहे हैं। अभिमान से घूम रहे हैं वह उनकी बेशर्मी को बताता है। सामना में प्रकाशित संपादकीय में यह भी कहा गया है कि 100 कसाब जो काम नहीं कर सकते हैं वह कुलकर्णी जैसे फिसड्डी बम कर रहे हैं।
इस दौरान यह भी कहा गया कि पाकिस्तान की चमचागिरी करने वाले का थोबड़ा राष्ट्रभक्त जनता ने काला कर दिया है, जिसके लिए जनता खुश होकर तालियों की गूंज कर रही है। सुधींद्र कुलकर्णी को पाकिस्तान का एजेंट भी कहा गया है। इस दौरान यह भी कहा गया है कि पाकिस्तानी एजेंट पर काली स्याही पोत दी गई या फिर डामर पोता गया यह तो अभी तय होना है मगर देश को गिरवी रखने वालों को काला थोबड़ा लेकर ही घूमना होगा।
शिवसैनिकों ने सुधींद्र कुलकर्णी के काले चेहरे को अपनी राष्ट्रभक्ति बताया है। देशनिष्ठा और देश के संरक्षण को महाराष्ट्र का धंधा भी कहा गया है। शिवसेना यह धंधा ईमानदारी से कर रही है। सामना में यह भी कहा गया कि सुधींद्र कुलकर्णी जैसे छिछोरों से ही देश को अधिक खतरा है।