शिमला: हिमाचल प्रदेश के शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बुधवार को कहा कि नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) शहरी सूचकांक में प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला शीर्ष स्थान पर रहा।
सूचकांक में गरीबी उन्मूलन, भुखमरी उन्मूलन, उत्कृष्ट स्वास्थ्य और भलाई, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता आदि जैसे एसडीजी संकेतकों को मापने के लिए ५६ शहरी क्षेत्रों का इस्तेमाल किया गया । इस वर्ष शिमला ने संभावित 100 में से 75.50 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया।
मंत्री के अनुसार एसडीजी शहरी सूचकांक के लिए सांख्यिकी पद्धति सतत विकास समाधान नेटवर्क के वैश्विक रूप से मान्यता प्राप्त दृष्टिकोण (एसडीएन) पर आधारित है ।
यह सूचकांक 77 संकेतकों के व्यापक सेट पर आधारित है जिसमें 15 एसडीजी में 46 वैश्विक एसडीजी लक्ष्य शामिल हैं। इस साल के शुरू में जारी ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स में शिमला को देश का सबसे रहने योग्य शहर भी नामित किया गया था। यह चार मानदंडों का उपयोग करके निर्धारित किया गया था: जीवन की गुणवत्ता, आर्थिक क्षमता, दीर्घकालिक स्थिरता, और नागरिक धारणा।