नई दिल्ली : टीम इंडिया के स्टार खिलाडी शिखर धवन को टैस्ट टीम में अंतिम एकादश में पारी का आगाज करने के लिए फार्म में चल रहे लोकेश राहुल और मजबूत मुरली विजय से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा लेकिन उन्होंने स्पर्धा के हिसाब से इसे ‘भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा’ करार किया और उन्हें इसमें ‘कुछ भी बुराई’ नहीं दिखती।
धवन ने यहां दलीप ट्राफी के फाइनल के बाद पत्रकारों से कहा कि मैं इस बात से वाकिफ हूं कि पारी का आगाज करने वाले दो स्थानों के लिए 3 खिलाड़ी हो सकते हैं। बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा है। भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए और सामान्यत: खेल में खिलाडिय़ों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होना अच्छा है।
राहुल ने हालिया समय में सिर्फ टैस्ट मैचों में ही नहीं बल्कि टी20 क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। धवन ने कहा कि अंतिम एकादश से बाहर रखा जाना हमेशा निराशाजनक होता है लेकिन यह आपकी वापसी के लिए प्रेरणा का भी काम करता हैं।
बता दे कि धवन को पोर्ट आफ स्पेन में वैस्टइंडीज के खिलाफ चौथे टैस्ट की टीम से बाहर कर दिया गया था। रने की प्रेरणा मिली।