अहमदाबाद: गुजरात के राजकोट में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 साल की हिंदू नाबालिग को एक मुस्लिम युवक द्वारा किडनैप करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि आरोपित बहुत समय से नाबालिग का पीछा कर रहा था और जब वह स्कूल पहुँची, तो उसने गेट से ही नाबालिग को किडनैप कर लिया। हालाँकि, अपहरण के बाद दर्ज की गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने फ़ौरन कार्रवाई की और आरोपित को द्वारका जाने वाली ट्रेन से अरेस्ट कर लिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, राजकोट के हुडको मार्केट में सब्जी बेचने वाले आर्यन शशीफ बलोच नामक एक मुस्लिम शख्स ने 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 वर्षीय हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया। घटना वाले दिन दोपहर 12 बजे जब नाबालिग स्कूल जा रही थी, तो आरोपित ने उसका पीछा करते हे स्कूल तक पहुँच गया और गेट से उसे किडनैप कर लिया। फिर नाबालिग के चाचा ने इस मामले में भक्तिनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस फ़ौरन हरकत में आई और घटना की रात आरोपित को राजकोट रेलवे स्टेशन से द्वारका जाने वाली ट्रेन से पकड़ लिया।
नाबालिग के चाचा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, उनकी 13 साल की भतीजी कोठारिया रोड स्थित एक स्कूल में 9वीं कक्षा कि छात्रा है। बीते 30 अक्टूबर, 2023 को लड़की की दादी उसे दोपहर में स्कूल छोड़ने गई, मगर जब शाम को वापस लेने गई, तो नाबालिग नहीं मिली। इसके बाद चिंतित परिवार ने नाबालिग की काफी खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिली, जिसके बाद तुरंत ही मामले की जानकारी भक्तिनगर पुलिस स्टेशन को दी गई। भक्तिनगर पुलिस ने संदेह के आधार पर आरोपित के पिता से पूछताछ की तो पता चला कि आरोपित दुकान या घर पर नहीं है।
इस बीच CCTV फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर जाँच करते हुए पुलिस को सुराग मिला कि आरोपित आर्यन शशीफ बलोच के फोन की वर्तमान लोकेशन राजकोट रेलवे स्टेशन है, और यह भी पता चला कि आरोपित नाबालिग को भगा ले जाने के लिए द्वारका जाने वाली ट्रेन में बैठ गया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को ट्रेन से ढूँढ़कर अरेस्ट कर लिया और नाबालिग को रेस्क्यू किया। नाबालिग के चाचा की शिकायत पर पुलिस ने आर्यन बलोच के खिलाफ IPC की धारा 363, 354 (k) और POCSO एक्ट की धारा 8 के तहत केस दर्ज कर आरोपित को अरेस्ट कर लिया है।
बता दें कि नाबालिग के चाचा ने भी शिकायत में बताया है कि आरोपित और उसके पिता हुडको मार्केट में उनकी दुकान के पास सब्जी बेचते हैं। नाबालिग अक्सर दुकान पर जाया करती थी, जिसके कारण आर्यन बलोच की गंदी नजर उस पर पड़ गई। वह नाबालिग के स्कूल आते-जाते वक़्त उसके घर के पास एक पान की दुकान पर बैठता था। इससे पहले भी उसने नाबालिग को बात करने के लिए बुलाया था, मगर जब परिवार को इसका पता चला, तो उन्होंने आरोपित को डाँटकर भगा दिया।
आरोपित की गिरफ्तारी के बाद पीड़ित परिवार ने कहा है कि आर्यन बलोच उनकी बेटी के नाम से सोशल मीडिया अकाउंट भी चला रहा है। उसके पास नाबालिग की तस्वीरें हैं और उनके माध्यम से वह उनकी बेटी को ब्लैकमेल करता था। इसके साथ ही परिवार की यह भी माँग है कि नाबालिग का मेडिकल टेस्ट कराया जाए ताकि बलात्कार की पुष्टि हो सके।
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