नई दिल्ली : शशि थरूर द्वारा संसद में अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया गया। इस दौरान सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने राहुल गांधी की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोकसभा में चुनाव प्रचार के दौरान पटना में रैली का आयोजन किया गया था। रैली में बम फटने पर उन्होंने सूझबूझ का परिचय दिया। दरअसल इस रैली में भगदड़ मचने की घटना होते - होते बच गई।
मिली जानकारी के अनुसार असहिष्णुता पर सदन में चर्चा की गई। जिसमें भागीदारी करते हुए सांसद थरूर ने कहा कि पटना की चुनावी रैली में बम फटे मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस दौरान यह आरोप नहीं लगाया कि उनकी रैली को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने रैली जारी रखी। जिसके कारण भगदड़ नहीं मची। जब थरूर ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में कुछ बोलना चाहते हैं तो सत्ता पक्ष से आपत्तियां उठने लगीं ऐसे में उन्होंने कहा कि वे उनकी प्रशंसा में कुछ कहना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने पटना रैली का उल्लेख किया।
भाजपा के रवैये और देश में व्याप्त माहौल पर उन्होंने कहा कि हिंदू अपनी ओर से निर्णय करें कि क्या उन्हें मुसलमानों से लड़ना है या फिर देश की गरीबी से मुकाबला करना है। मुसलमानों से भी उन्होंने इसी तरह के सवाल किए। थरूर द्वारा आरोप लगाया गया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी सभी को साथ लेकर चलने की बात भूल चुके हैं। पार्टी के नेताओं और कुछ मंत्रियों द्वारा इस तरह की बयानबाजी की जा रही है जो ठीक नहीं है मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश हैं।