जहाँ एक तरफ शेयर बाजार में पिछले हफ्ते के दौरान एक फीसदी से भी अधिक की गिरावट देखने को मिली है तो वहीँ यह भी देखा जा रहा है शेयर बाजार में लगातार उठापटक का दौर बना हुआ है. इस गिरावट के चलते निवेशकों को भी निराशा हाथ लगी है. इसके साथ ही इस मंदी का असर म्युचुअल फंड पर अधिक देखने को मिल रहा है.
इस तरफ आगे बढे तो इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं के आंकड़े को ध्यान से अवलोकन करने के बाद यह बात सामने आती है कि वर्ष 2016 के पहले माह के दौरान केवल 2,914 करोड़ रुपये का ही निवेश हो पाया है. जबकि देखा जाये तो पिछले साल के मुकाबले में यह आंकड़ा केवल 40 फीसदी ही बना हुआ है.
बता दे कि वर्ष 2015 के दौरान म्युचुअल फंड में निवेश का आंकड़ा 7550 करोड़ रुपये देखने को मिला है. गौरतलब है कि महज एक माह के दौरान ही सेंसेक्स में 4.8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है जिसके कारण निवेशकों का रुझान बाजार की तरफ भी कुछ कम हुआ है. और इसको देखते हुए ही निवेशक भी अपना रुख बिकवाली की तरफ करने में लगे हुए है. यदि यह आलम ऐसा ही रहा तो बाजार के लिए यह ख़राब परिणाम सिद्ध हो सकता है.