इरादे सैकड़ों बनते हैं पर बनकर टूट जाते हैं.
वही कावड़ उठाते हैं जिन्हें भोले बुलाते हैं.
सावन भगवान शंकर का सबसे प्रिय माह माना जाता हैं. सावन में पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं पर महादेव की कृपा हमेशा बरसती रहती है.इस बार सावन कई अदभुत योग लेकर आया है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार बताया जा रहा हैं कि 50 वर्ष बाद सावन में ऐसा योग बन रहा है, जिसमें रोजगार में तरक्की,आय में वृद्धि ज्ञान और कृषि के क्षेत्र में उन्नति की संभावनाएं प्रबल हैं.
सावन का यह महीना बड़ा पावन महान हैं .इस दौरान शिव जी काअभिषेक, भजन-कीर्तन, उपवास एवं आरती करने का विशेष महत्व है. सावन में भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.भगवान शिव काे अभयदानी कहा गया है. उनकी शरण में जाने वाले भक्तों का शत्रु कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं. भक्त को महादेव सभी कष्टों से मुक्त कर देते हैं. सावन माह की शुरुआत हो चुकी है, मंदिरों में इसकी तैयारियां भी जोरो-शोरों से हो रही है.हर हिंदू घर में शिव जी को खुश करने के लिये ओम नम: शिवाय की गूंज सुनाई दे रही है.
सुनिए सुना रहा हूँ एक दास्ताँ हैं, सावन का महीना बड़ा पावन महान हैं.
लाखों कावड़िया जाते हैं श्री बाबा धाम को,जपते हुए मन में बम -बम के नाम को .
पुराणों में भगवान शिव की उपासना का उल्लेख बताया गया है. शिव की उपासना करते समय पंचाक्षरी मंत्र 'ऊं नम: शिवाय' और 'महामृत्युंजय' आदि मंत्र जप बहुत खास है.इन मंत्रों के जप-अनुष्ठान से सभी प्रकार के दुख, भय, रोग, मृत्युभय आदि दूर होकर मनुष्य को दीघार्यु की प्राप्ति होती है.शांति तथा अभीष्ट फल प्राप्ति को लेकर रूद्राभिषेक आदि यज्ञ-अनुष्ठान किए जाते हैं। इसमें शिव उपासना में पार्थिव पूजा का भी विशेष महत्व होने के साथ-साथ शिव की मानस पूजा का भी महत्व है.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सावन कि बढ़ती महत्वता -
भगवान भोलेनाथ की भक्ति का यह महीना सावन आज दिन बुधवार 20 जुलाई 2016 से शुरू हो रहा है इस बार सावन में चार सोमवार है और हर सोमवार विशेष योग के साथ आ रहा है.
पहला सोमवार 25 जुलाई को धृतियोग में आएगा. दूसरा, तीसरा एवं चौथा सोमवार एक, आठ एवं पंद्रह अगस्त को आएंगे.
आखिरी सोमवार सोमप्रदोष को पड़ रहा है जो शिव की भक्ति करने वालों के लिए काफी फलदायी रहेगा. इस बार सावन का कई अद्भुत योग लेकर रहा है.
सावन में ऐसा योग बन रहा है, जिसमें रोजगार में तरक्की, आय में वृद्धि ज्ञान और कृषि के क्षेत्र में उन्नति की संभावनाएं प्रबल हैं.