नई दिल्ली: भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हैदराबाद में अध्यनरत छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में एक बयान दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुषमा स्वराज ने शनिवार को कहा की शोध छात्र रोहित वेमुला दलित था ही नही. स्वराज ने आगे कहा कि मुझे पूरी जानकारी प्राप्त हुई है कि शोध छात्र रोहित वेमुला दलित नही था. तथा इसके लिए जो आरोप लगाए गए है वह पूरी तरह से निराधार है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रोहित वेमुला सुसाइट मामले में अपनी और से दिए गए इस विवादास्पद बयान के बाद बीजेपी पुनः चर्चा में आ गई है. सुषमा ने कहा कि इस पुरे ही मामले में जो तथ्य सामने आए हैं और जहां तक मेरी जानकारी है कि शोध छात्र रोहित वेमुला दलित था ही नहीं।
तथा उसे दलित छात्र का बोलकर इसको एक सांप्रदायिक वाला मामला बना दिया गया. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान में कहा है कि रोहित वेमुला एक साहसी व नौजवान युवा था तथा वह एक छोटे से मसले यानि छात्रावास से निष्कासन की बात पर ख़ुदकुशी नही कर सकता था.