बारां: राजस्थान के बारां जिले के अटरू पंचायत समिति क्षेत्र के किशनपुरा ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव चैथ्या गांव में श्मशान घाट की व्यवस्था नहीं होने और बरसात की वजह से मृतक भोलाराम विश्वकर्मा का 24 घंटों के बाद अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों का कहना है की गांव में श्मशान घाट नहीं होने और जहां पर शव को जलाने की जगह है वहां जाने तक का रास्ता नहीं होने की वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण गांव में एक खाली स्थान पर शव का अंतिम संस्कार करते हैं, किन्तु वहां पर टीनशेड आदि का इंतज़ाम नहीं होने की वजह से खुलें में ही शव जलाना पड़ता है। ऐसें में वर्षा आदि होने पर शवों का अंतिम संस्कार नहीं हो पाता। वहीं शव जलानें की जगह तक जाने के लिए रास्ता नहीं होने की वजह से कीचड़ और रास्तों में भरे पानी में होकर गुजरना पड़ता है।
गांव के भोलाराम विश्वकर्मा का देहांत होने पर बरसात होते रहने की वजह से 24 घटें बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। शव जलानें के स्थान पर ग्रामीणों ने खुद व्यवस्था कर रास्ते में भरे पानी में काफी समस्या के बाद शव का अंतिम संस्कार किया। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बारे में कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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