जालंधर : फिल्म उड़ता पंजाब और आगामी चुनाव ने पंजाब में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। हर कोई इसमें अपना स्वार्थ भुनाने में जुटे हुए है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी 13 जून को जालंधर जाने वाले है। वो वहां नशे तथा बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर दिए जा रहे विशाल धरने का नेतृत्व करेंगे। पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व पार्टी के अन्य नेता भी धरने को संबोधित करने वाले है।
धरने के प्रभारी राणा गुरजीत सिंह ने बताया कि अमरेंद्र सिंह ने राहुल से धरने में शामिल होने का आग्रह किया था। जिसके बाद उन्होने हामी भरी। उन्होने कहा कि राहुल हमेशा पंजाब में नशे के हालात का मुद्दा उठाते आए है। उन्होंने कहा कि 2012 में जब राहुल गांधी ने नशे का मुद्दा उठाया था तब अकालियों ने उन पर पंजाबी नौजवानों की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया था लेकिन अब पंजाब की स्थिति पूरे देश के सामने है।
उड़ता पंजाब फिल्म में से जिस तरह से अकालियों ने केन्द्र की बीजेपी सरकार को कहकर नशे से जुड़े दृश्य कटवाए हैं उससे पता चलता है कि किस तरह से अकाली नशे के मामले को लेकर भयभीत हैं। राणा ने बताया कि राहुल गांधी के आगमन के कारण सभी नेता धरने में शामिल होंगे। इस धरने में राहुल पंजाब में नशे की स्थिति को उभारेंगे, जिसने पंजाब के युवाओं का जीवन बर्बाद कर रखा है।