बॉलीवुड में बदलापुर और हंटर जैसे फिल्म कर चुकी अभिनेत्री राधिका आप्टे इन दिनों अपनी शॉर्ट फिल्म 'अहिल्या' को लेकर काफी चर्चा में छाई हुई हैं. ऐसे में राधिका आप्टे जहां अपनी फिल्म को लेकर खुश हैं, वहीं अभिनेत्रियों को अभिनय के लिए मिलने वाले भुगतान को लेकर भी काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि महिला कालाकारों को भी पुरुषों के बराबर ही मेहनताना मिलना चाहिए. बॉलीवुड की ‘क्वीन’, ‘पीकू’ और ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ जैसी महिला केन्द्रित फिल्मों में बॉलीवुड एक्ट्रेसेज ने जबर्दस्त अभिनय किया है. उनकी इन फिल्मों ने सफलता का स्वाद चखा हैं.
ऐसे में महिलाओं का फिल्म इंडस्ट्री में रुतबा भी बढ़ा है. राधिका का कहना है कि आज मनोरंजन की दुनिया अभिनेत्रियां भी अभिनेताओं के बराबर ही मेहनत कर रही हैं. फिल्मों की सफलता में उनकी भी मुख्य भूमिका होती है. इस सबके बाद भी अभिनेत्रियों और अभिनेताओ के बीच इतना भेदभाव होना गलत है. अभिनेत्री राधिका कहना है कि महिला कलाकारों को उनके पुरुष समकक्षों के बराबर रकम मिले, क्योंकि इसके पीछे कोई बड़ा कारण नही है. बस यह एक लकीर बना दी गई है. राधिका आप्टे मानती है कि सिर्फ बॉलीवुड में नहीं बल्िक हर जगह यही लाइन खिंची गई हैं.
जिससे कई बार महिला कलाकार काफी निराश भी हो जाती हैं. गौरतलब है कि अभिनेत्रियों राधिका आप्टे कई महिला प्रधान फिल्मों में काम कर चुकी हैं. उनकी ‘बदलापुर’, ‘हंटर’ एवं ‘अहिल्या’ जैसी फिल्मों ने दर्शकों के बीच एक अलग ही छाप छोड़ी है. आपको बता दे कि राधिका जल्द ही केतन मेहता की फिल्म ‘मांझी- दि माउंटन मैन’ में नजर आने वाली हैं. इसमें वह नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ हैं जो 21 अगस्त को रिलीज होगी. इसके अलावा नीला माधव पांडा की फिल्म ‘कौन कितने पानी में’ में कुणाल कपूर के साथ दिखाई देंगी. यह फिल्म 28 अगस्त को रिलीज होने वाली है.