मध्यप्रदेश: जहाँ एक तरफ पूरे देश में शिक्षक दिवस के अवसर जश्न मनाया जा रहा था, वही एक विभागीय पोर्टल ने सरकारी कॉलेजों के प्रोफेसर्स और असिस्टेंट प्रोफेसर्स को ‘खलासी’ बना दिया. हलाकि बाद में इस पोर्टल से खलासी शब्द हटाकर पोर्टल बंद कर दिया था, लेकिन इस तरह की घटना ने विभागीय पोर्टल की सिक्युरिटी पर सवाल खड़ा कर दिया है. आपको बता दे खलासी एक अरबी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ सामान ढोने वाला या खेमा (तंबू) खड़ा करने वाला मजदूर होता है.
बताते चले उच्च शिक्षा विभाग के पोर्टल पर सरकारी कॉलेजों से संबंधित ऑनलाइन जानकारी व पदांकितों की ई-आर शीट अपलोड है. इसमें राजपत्रित अधिकारियों से संबंधित रिकार्ड में फैकल्टी के नाम के साथ ही उनके विषय, पदनाम, कैटेगरी, जन्मतिथि आदि की जानकारी दी गई है. वही मंगलवार को जैसे ही यह रिकाॅर्ड खोला गया तो उसमे एक बड़ी गड़बड़ी पाई गई, जिसकी सूचना तत्काल विभाग के आईटी सेल को दी गई, वही इस तरह की घटना की जानकारी पाकर सेल के प्रभारी डॉ. अनिल कुमार पाठक ने इस बड़ी गड़बड़ी की पुष्टि की है.
उनका कहना है कि यह गड़बड़ी कैसे और किस स्तर पर हुई है यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा. उनका कहना है कि सूचना मिलने के बाद फैकल्टी के पदनाम के साथ ही जन्मतिथि और पोस्टिंग की तारीख सहित अन्य जानकारियों को फिलहाल हटा दिया गया है.
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