नई दिल्ली : महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसद में आज से प्रारंभ हुए बजट सत्र को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए इसकी शुरूआत की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के कार्यों और प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना दुनिया की सबसे सफल समावेशी योजना है। उन्होंने कहा कि सरकार सक्षम लोगों द्वारा गैस सब्सिडी छोड़े जाने के प्रयासों में भी काफी सफल रही। करीब 62 लाख लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी। महामहिम राष्ट्रपति ने सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार ने आॅर्गेनिक खेती को लेकर भी बेहतर प्रयास किए। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
यही नहीं आॅर्गेनिक खेती के लिए 800 क्लस्टर्स का निर्माण हुआ है। वन फूड जोन, वन कंट्री मार्केट के माध्यम से सरकार ने बेहतर प्रयास किए हैं। उन्होंने 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाए जाने के लिए सरकार की सराहना की। उनका कहना था कि सरकार भारत रत्न डाॅ. भीमराव आंबेडकर की जयंती को प्रतिवर्ष इस तरह से मनाने के लिए तैयार हुई यह एक अच्छी बात थी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को समृद्ध बनाने के लिए प्रयास कर रही है।
उनका कहना था कि सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं। जिसमें गरीबी एक चुनौति है। उन्होंने गरीबी को हिंसा का एक प्रमुख कारण बताया। राष्ट्रपति ने किसानों पर अधिक केंद्रित अपने उद्बोधन में कहा कि वर्ष 2017 तक किसानों को साॅइल हेल्थ कार्ड बांटे जाऐंगे। यही नहीं सरकार गांव के विकास पर अधिक ध्यान देगी। किसानों के लिए पूर्वी भारत में दूसरी हरित क्रांति के लिए कार्य किया जा रहा है। देश में 5 नए फूड पार्क बनाने पर भी सरकार कार्य कर रही है।
यही नहीं 2015 में भारत में यूरिया का सबसे अधिक उत्पादन हुआ। हालांकि उन्होंने आॅर्गेनिक खेती पर भी सरकार द्वारा कार्य किए जाने के प्रयासों का उल्लेख किया। ग्रामीण विकास हेतु सरकार द्वारा वर्ष 2015 - 16 में सरकार द्वारा 2 लाख करोड़ रूपए का प्रावधान किए जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के लिए 24 घंटे का चैनल प्रारंभ किया।
यह एक अच्छा कार्य रहा। उन्होंने कहा कि युवा ही देश का भविष्य हैं ऐसे में युवाओं को रोजगार देना सरकार का एक कठिन कार्य है लेकिन इस दिशा में मेक इन इंडिया और आदि प्रोजेक्ट्स से काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया से फाॅरेन इन्वेस्टमेंट में 39 प्रतिशत की वृद्धि हुई। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा प्रारंभ की गई मनरेगा योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे भी ग्रामीणों को अच्छा रोजगार मिला है।
उन्होंने अपने उद्बोधन में सबका साथ सबका विकास की बात करते हुए कहा कि सरकार इस बात को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। उन्होंने स्वछता अभियान की बात करते हुए कहा कि इस योजना के तहत बड़े पैमाने पर टाॅयलेट बनाए गए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 3 नई पेंशन योजनाओं की शुरूआत की है। हमारा उद्देश्य है कि सरकार वर्ष 2022 तक देश के प्रत्येक व्यक्ति के पास मकान उपलब्ध करवाने का है।
उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय को याद करते हुए कहा कि सरकार एकात्म मानववाद के रास्ते पर चलकर कार्य कर रही है। उन्होंने अपने उद्बोधन में श्यामाप्रसाद मुखर्जी का भी उल्लेख किया। उन्होंने मुद्रा योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना से करीब 2.27 लाख महिलाओं को लाभ मिला है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने उद्बोधन में हर वर्ग के लिए सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने ऊर्जा की जरूरत और सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों को लेकर भी जानकारी दी। संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सरकार के कार्यों का आधारभूत खाका सामने रखा। जो कि सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य को दर्शा रहा था।